मंत्री ओपी चौधरी के आश्वासन के बाद भी सागरपाली की सड़क मरम्मत नही डबरी में तब्दील हुई मुख्य सड़क

० आवागमन हुआ खतरनाक हादसों की संभावना बढ़ी
सरायपाली। एक छोटी सड़क के निर्माण य्या मरम्मत के लिए सरकार के मंत्री का आश्वासन , विधायक की अनुशंसा , सत्ताधारी नेताओ का वचन व ग्रामीणों की विभागीय अधिकारियों से लगातार मांगो के बावजूद 1000 मीटर की मुख्य सड़क इसके बावजूद नही बनना यह सरकार व विभागीय अधिकारियों की असंवेदनशीलता व जनता के प्रति बरते जा रहे लापरवाही को दर्शाता है । राज्य सरकार अभी सुशासन दिवस मना रही थी सागरपाली की जनता सरकार व उनके कर्णधारों से पूछ रही है कि सरायपाली से सरसींवा मार्ग पर स्थित ग्राम सागरपाली जो ग्रामीण क्षेत्रो के लिए व्यवसायिक व चिकित्सा क्षेत्र के लिए प्रमुख केंद्र है के मध्य मार्ग का 1000 मीटर का हिस्सा जो कि पिछले कई वर्षों से यातायात को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है वह आखिर क्यों नही बन रहा है या बनाया जा रहा है ।
ज्ञातव्य हो की सरायपाली से सरसींवा मार्ग पर स्थित ग्राम सागरपाली एक जंक्शन के रूप में है जहां से तीन नगरों सरायपाली , बसना व सरसींवा की तरफ सड़के जाती है । इन मार्गो पर प्रतिदिन सैकड़ो छोटी व बड़ी वाहनों व यात्री बसों का आवागमन होता है । आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो के लिए यह व्यवसायिक , शिक्षा व चिकित्सा क्षेत्र का केंद्र बिंदु भी है । लगभग सवा किलोमीटर लंबे व घने बसे इस ग्राम के मध्य से ही मुख्य सड़क जाती है । सागरपाली चौक से सड़क किनारे बने स्वागत द्वार तक लगभग 1000 मीटर की सड़कें अत्यंत जर्जर व बड़े बड़े गड्ढों में बदल चुके है । इतने बड़े गड्ढे बन गए है कि इन गड्ढों में एक मोटरसाइकिल तक शमा जायेगी । अभी बरसात का मौसम प्रारम्भ हो गया है 2 दिनों की बारिश में ही इन गड्ढों में इतना भारी भर चुका है कि छोटी वाहने तो निकल ही नही रही है बड़ी व यात्री बसें जान को जोखिम में डालकर इन गड्ढों से वाहनों को निकाल रहे है ।
ज्ञातव्य हो की स्थानीय विधायक चातुरी नन्द द्वारा लोक निर्माण के अधिकारियों को पत्र लिखकर इस जर्जर मार्ग के निर्माण व मरम्मत किये जाने हेतु पत्र भी लिखा गया था निर्धारित समय जे भीतर यदि सड़क नही बनी तो धरना प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी के बाद काम चलाऊ सड़क की मरम्मत कर दी गई थी । राज्य के वित्त मंत्री ओ .पी चौधरी के ग्राम प्रवास के दौरान ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों द्वारा समस्याओ से अवगत कराया गया था । मंत्री ने आश्वासन भी दिया था किंतु इसके बावजूद आज तक इस सड़क का निर्माण नही हो सका ।
ज्ञातव्य हो कि ओडिशा सीमा सर लगे ग्राम सिरपुर से सरायपाली ,सरसीवां व हसौद तक करीब 71 किलोमीटर सडक का निर्माण एडीबीपी निर्माण एजेंसी द्वारा द्वारा कराया गया था। निर्माण काईये जाने के बाद उचित रखरखाव के अभाव में सडक लगभग सभी स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त होने लगी। जगह जगह गड्ढों के कारण आवागमन भी काफी मुश्किलों भरा हो गया है।
इस संबंध में पूर्व सरपंच कालिन्द्री मुन्ना अग्रवाल ने बताया कि विगत वर्ष कांशीपाली से बिछिया तक करीब 6 किमी एवं इस वर्ष डोंगरीपाली से माता नाला तक करीब 2 किलोमीटर का मरम्मत कार्य कराया गया। पूरे सडक का निर्माण कार्य दो-तीन वर्ष पहले ही कराया गया था, लेकिन घटिया निर्माण व ठेकेदार की लापरवाही से यह अधिक दिनों तक नही चल पाया व इतनी जल्दी पूनः मरम्मत कराने की आवश्यकता पड रही है। सरायपाली सरसीवां मार्ग से गुजरने वाले लोगों के लिए यह जर्जर सडक एक तरह से सागरपाली की पहचान बन चुकी है। वहीं सरसीवां मार्ग पर जगह-जगह डामर की परतें उखड़ने से गड्ढे बन रहे हैं, जिससे आवागमन भी बाधित हो रहा है। सागरपाली के पास तो सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जमदरहा मोड़ से लेकर दुर्गापाली मोड़ तक बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे बन गए हैं इन गड्डों में बरसात का पानी भरने से मुख्य सड़क डबरी में तब्दील हो गई है। इधर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा खराब हो रही सड़क की मरम्मत किये जाने में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है । मंत्री , विधायक , सत्ताधारी पार्टी के प्रतिनिधियों द्वारा जानकारी दिए जाने के बावजूद न सड़क बन रही है न ही मरम्मत कार्य किया जा रहा है ।
सड़कें खराब होने का कारण
सागरपाली ग्राम के अंदर से निकलने वाली यह मुख्य मार्ग के दोनों तरफ सड़क से ऊंचे पर मकान व दुकान बन गए हैं सड़क के दोनों तरफ नालीयों में मिट्टी पट जाने व पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था नही होने के कारण बरसात का पानी सड़क में ही रुक रहा है जिससे यह परेशानी हर वर्षा ऋतु में आती है जिससे सड़कें भी खराब हो रही है । इस 1000 मीटर के स्थान को ऊंचा कर व बड़ी नाली निर्माण के बाद ही समस्या का समाधान संभव है ।