छतरपुर की घटना पर सियासत : कमलनाथ ने किया ट्वीट, कहा- आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार चरम पर

मध्य प्रदेश में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव है। चुनाव को देखते हुए बीजेपी- कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के दौरे भी होने लगे हैं। जहां कुछ दिन पहले पीएम मोदी, फिर जेपी नड्डा और इसके बाद अमित शाह के दौरे हुए तो वहीं प्रियंका गांधी ने भी एमपी का दौरा कर चुनावी बिगुल फूंका है।
चुनाव से पहले दोनों ही पार्टियां हर वर्ग को साधने में लगी हुई हैं। इसी बीच छतरपुर में दलित को मानव मल खिलाने की घटना सामने आई है। इस अमानवीय घटना को लेकर एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है।
यहां एक दलित युवक के ऊपर मैला फेंका गया था और इस घटना के तूल पकड़ने के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसे लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्वीट करते हुए बीजेपी पर सवाल खड़े किए तो वहीं अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार चरम पर है।
ऐसी घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक
कमलनाथ घटना पर ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘प्रदेश के छतरपुर में एक दलित व्यक्ति के ऊपर मल लगा देने की घटना अत्यंत घृणित है। ऐसी घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक है। ऐसे कृत्यों से मध्य प्रदेश का नाम कलंकित होता है। इसके पूर्व सीधी में आदिवासी समुदाय के व्यक्ति पर पेशाब करने की घटना ने भी प्रदेश का सर झुका दिया था।
मध्य प्रदेश में भाजपा के 18 साल के कुशासन में दलित और आदिवासियों पर अत्याचार चरम पर हैं। समय आ गया है जब दलित और आदिवासियों के प्रति ऐसी मानसिकता रखने वाली सोच को खत्म किया जाए और मध्य प्रदेश में दलित और आदिवासियों को उनका संवैधानिक सम्मान दिलाया जाए।’
बेहद निंदनीय एवं पीड़ादायक वारदात
बता दें कि इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्वीट कर कहा कि, मध्य प्रदेश में 1 महीने में ही दलित-आदिवासी अत्याचार की दूसरी बेहद निंदनीय एवं पीड़ादायक वारदात हुई है, जो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने NCRB रिपोर्ट 2021 का हवाला देते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराधों का रेट सबसे अधिक है। आदिवासियों के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हुए है। प्रतिदिन 7 से अधिक अपराध हुए है।