लंबोदर की निकलेगी बारात, मूषकों के साथ खेंलेगे क्रिकेट
कोरबा। 19 सितंबर से शुरू होने वाली गणेश चतुर्थी की तैयारियां शहर में जोर शोर से शुरू हो गई। सीतामढ़ी मुख्य मार्ग में भव्य झांकियों के साथ गणेश भगवान विराजमान रहेंगे। जिसमें मूषक वाहन में रिद्धि-सिद्धि से विवाह करने के लिए विघ्न विनाशक की बारात दर्शनीय रहेगा। एक अलग झांकी में भगवान गजानन स्वामी मूषक राज के साथ क्रिकेट खेलते नजर आएंगे।
प्रथम पूज्य भगवान गणेश की 10 दिन तक चलने वाली पूजा के भक्तों उल्लास देखा जा रहा है। शहर में उत्सव में हर साल विविधता रहती है। इस बार भी आयोजन समिति के सदस्याें ने गणेश उत्सव को भव्य रूप देने की तैयारियां शुरू कर दी है। पावर हाउस रोड गणेश उत्सव समिति के अध्यक्ष हरीश अग्रवाल ने बताया है। उत्सव समिति की ओर से प्रति वर्ष अलग स्वरूप गणेश प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा रही है। इस वर्ष यहां भगवान गणेश बालाजी के रूप में विराजमान होंगे। उनके साथ रिद्धि-सिद्धि की भी आदम कद प्रतिमा होगी। भगवान दक्षिण भारतीय परिधान नजर आएंग। प्रतिमा का निर्माण दुर्ग के कारीगराें द्वारा किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि पावर हाउस रोड में इससे पहले सिक्का, बांस, नारियल, धान से गणेश प्रतिमा की स्थापना की जा चुकी हैं। बीते वर्ष में नंदन वन रिद्धि-सिद्धि के साथ गणेश भगवान यहां बांसुरी बजाते दिखाई दिए थे। सीतामढ़ी मुख्य मार्ग में गणेशोत्सव में भगवान विनायक की भव्य प्रतिमा दर्शनीय होगी। गुफा में प्रवेश करने बाद गणेश भगवान का दर्शन होगा। तीन एकड़ भूमि आकर्षक साज-सज्जा की जा रही है। रानी धनराज कुंवर मार्ग में सिद्धि विनायक ग्रुप के तत्वावधान में भव्य उत्सव मनाया जाएगा। यहां भी गुफा में विराजमान गणेश भगवान के साथ शेषनाग के दर्शन होंगे। गांजागली में उत्सव को भव्य रूप देने की तैयारी समिति की ओर से की जा रही हैं। यहां 14 फीट ऊंची भगवान एकदंत की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इंदिरा विहार में गणेश का उल्लास दर्शनीय रहेगा। शहर के अलावा उपनगरीय क्षेत्र में भी गणेश उत्सव का उल्लास रहेगा। सार
कोलकाता के कारीगर दे रहे आकार
सीतामढ़ी मुख्य मार्ग में तैयार की जा रही झांकियों को आकार देने के लिए कोलकाता के कारीगर अजीत विश्वास व प्रकाश वैष्णव पहुंचे हैं। अजीत ने बताया गुफा में विराजमान गणेश को देखने के लिए भक्तों लक्ष्मण झूला से पार कर आना होगा। झरने का फव्वारा आकर्षण का केंद्र होगा। यहां उन्हे उड़ते हुए हनुमान के दर्शन होंगे। बीते वर्ष भी यहां आकर्षक माया नगरी व भूत बंगला का निर्माण किया गया था।
धूप दीप के साथ किन्नर आरती का रहेगा आकर्षण
सिद्ध विनायक उत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि दस दिन की पूजा विविधता रहेगी। इसमें किन्नरों द्वारा धूप दीप से आरती, बुजुर्गों की आरती, आतिशबाजी के संग आरती शामिल रहेंगे। भोग प्रसाद प्रतिदिन वितरित किया जाएगा। इसके अलावा बच्चों की विविध प्रतियोगिताएं रखीं जाएंगी। पावर हाउस में इस बार भी स्वच्छता थीम को मूर्त रूप दिया जाएगा। पूजा सामग्री को रखने के लिए प्लास्टिक का उपयोग नहीं होगा।
बड़ी प्रतिमाओं की बढ़ी मांग
गणेश उत्सव के लेकर बड़ी प्रतिमाओं की खासी मांग देखी जा रही है। कोलकाता से पहुंचे मूर्तिकार गोविंद पाल ने बताया कि कोरोेना काल के दो साल के बाद मूर्तियों की सर्वाधिक अग्रिम बुकिंग हुई है। बिक्री के लिए सीमित मात्रा में बड़ी मूर्तियां बच गई है। बताना होगा कि चुनावी वर्ष होने की वजह गणेश उत्सव को राजनैतिक दल से जुड़े कार्यकर्ता अवसर के रूप में देख रहे हैं। उत्सव का प्रचार प्रसार के लिए उपयोग में होना पूरी तरह तय है।
सजावट सामग्रियों से सजने लगी दुकान
एक ओर मूर्तिकाराें ने जहां प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वहीं समितियाें के सदस्यों सजावट के तैयारी जोरों पर है। शहर में पूजन सामाग्रियों के अलावा सजावट की दुकानों में आकर्षकण देखा जा रहा है। डेकोरेटेड रिफलेक्टर लाइट, प्लास्टिक से बने फूल झालर, जैसे सामानों की मांग बढ़ गई है। वहीं रंग-बिरंगे कागज से बने सजावट सामान भी उत्सव आयोजकों के लिए आकर्षण के केंद्र बने हैं।