सोनम-राजा जैसा कांड छत्तीसगढ़ में भी: पति पसंद नहीं था तो खाने में कीटनाशक मिलाकर ले ली पति की जान

बलरामपुर। इंदौर के राजा-सोनम कांड जैसी वारदात सामने छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज से भी सामने आई है। जहां एक पत्नी ने अपने पति को खाने में जहर देकर मार डाला और हत्या का आरोप सास पर लगा दिया। दो बार की कोशिश के बाद पति बच गया तो तीसरी बार घटना को अंजाम दिया। बलरामपुर-रामानुजगंज हत्या की यह वारदात रंका थाना क्षेत्र के बाहोकुदर गांव की है, जहां एक नवविवाहिता ने पहले पति से खुद जहर खरीदवाया, फिर उसे मुर्गा-भात में मिलाकर खिलाया और अंत में अपने ही हाथों से उसकी जीवनलीला समाप्त कर दी। लड़की छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम बिशनपुर की है।
पुलिस के अनुसार, 11 मई 2025 को 22 वर्षीय बुधनाथ सिंह की शादी छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव की रहने वाली सुनीता सिंह से हुई थी। लेकिन शादी के अगले ही दिन सुनीता मायके लौट गई। कारण पूछने पर उसने साफ कहा कि उसे पति पसंद नहीं है। कई दिनों की पंचायत और समझाइश के बाद 5 जून को सुनीता वापस ससुराल आई, लेकिन मन में चल रहा शातिर प्लान अब अंजाम की ओर बढ़ रहा था।
14 जून को पति-पत्नी बाजार गए थे। इस दौरान सुनीता ने फसल में कीड़े मारने के बहाने पति से कीटनाशक खरीदवाया। आरोप है कि उसने दो बार खाने में जहर मिलाकर पति को मारने की कोशिश की, लेकिन बुधनाथ ने दोनों बार खाना खाने से मना कर दिया।
15 जून की रात सुनीता ने मुर्गा-भात तैयार किया और उसमें कीटनाशक मिला दिया। इस बार पति खुद को रोक नहीं पाए और पूरा खाना खा लिया। इसके कुछ ही देर बाद बुधनाथ की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भेजा।
पहले सास पर लगाया आरोप, फिर खुद कबूला जुर्म
शुरुआती पूछताछ में सुनीता ने अपनी सास पर ही जहर देने का आरोप लगाया। उसका कहना था कि सास उसे मारना चाहती थी, लेकिन गलती से जहर मिला खाना बेटे को दे दिया। हालांकि, जांच और सख्त पूछताछ के बाद सुनीता टूट गई और अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पति से ही खरीदवाया था कीटनाशक दवा
शनिवार को दोनों पति-पत्नी रामानुजगंज में बाजार करने के लिए आए हुए थे। पत्नी के कहने पर पति के द्वारा बाजार से कीटनाशक दवा खरीदी थी। पत्नी ने कहा कि फसलों में लग रहे किट को मारने के लिए दवा की आवश्यकता है।