हाथियों का आतंक… सूंड से उठाकर ग्रामीण को कुचला, इधर ग्रामीणों ने दो भालुओं को करंट से उतारा मौत के घाट… ऐसे हुआ मामले का खुलासा…
सरगुजा। इन दिनों इंसानों व जंगली जानवरों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। सूरजपुर जिले के ओड़गी क्षेत्र के बसनरा गांव में बहरादेव हाथी ने एक व्यक्ति को सूंड से पटककर घायल कर दिया। घायल को सूरजपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे इलाज के लिए अंबिकापुर मिशन अस्पताल में रेफर कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बसनरा निवासी बलि राम रात में घर के पास धान की कटी फसल को देखने गए थे। उसी दौरान हाथी से उनका सामना हो गया और ज़ब उसने भागने की कोशिश की तो हाथी ने उन्हें सूंड से पटक दिया और आगे बढ़ गया। उसकी आवाज सुनकर परिजन भागते घबराते पहुंचे और उसे पहले घर फिर अस्पताल लेगए।
बता दें कि बहरादेव हाथी दल से अलग विचरण कर रहा था। पहले हाथी पर काॅलर आईडी लगाई थी, जिससे उसका लोकेशन मिलता रहता था, लेकिन अब नहीं लगा है। बिहारपुर क्षेत्र के कोल्हुआ पंचायत के आश्रित गांव बोकराटोला में शनिवार रात दो तेंदुआ एक व्यक्ति के घर की बाड़ी में पहुंच गए और बकरे का शिकार कर दिया। बकरे की आवाज सुनकर घर के लोग उठे और तेंदुआ को भगाया, वहीं तब तक बकरे की मौत हो गई थी।
ग्रामीणों को पड़ रही दोहरी मार...
बिहारपुर क्षेत्र के गुरु घासीदास नेशनल पार्क क्षेत्र में कई गांव बसे हुए हैं। यहां जंगली जानवर बस्ती में आ जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ या कोई भी जानवर नुकसान पहुंचता है, तो उन्हें मुआवजा के लिए दफ़्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
यहां वेटनरी के डाक्टर नहीं रहते। वे मध्यप्रदेश में रहते हैं और महीने में एक दो बार आते हैं। इसके कारण जंगली जानवरों के मवेशियों को नुकसान पहुंचाने पर उसका पंचनामा या पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं बन पाती है। रिपोर्ट के लिए डाक्टर को ग्रामीण फोन करते हैं, तब भी वे नहीं आते।