1 नवम्बर से धान खरीदी की तैयारियां अंतिम चरण पर
दीपावली का त्योहार बीत जाने के बाद अब किसान खेतों में धान कटाई में जुट हैं। 1 नवम्बर से धान खरीदी की तैयारियां अंतिम चरण में। विकासखण्ड के 18 धान खरीदी केंद्रों में पहुंचा बारदाना।
1 नवंबर से शुरू धान खरीदी के लिए समितियों में भी तैयारियां तेज हो गई है, लेकिन जिले में इस साल धान बुवाई में हुई देरी होने से लगभग 20 फीसदी फसल ही पकी है। कटाई शुरू नहीं होने से नवंबर के पहले हफ्ते धान बिक्री की उम्मीद कम है।
कोरिया व मनेद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर जिले में 33 समिति के 41 उपार्जन केंद्रों से धान खरीदी की जानी है। 1 नवंबर से प्रस्तावित धान खरीदी के लिए किसानों आरईओ 31 अक्टूबर तक पंजीयन करेंगे। पिछले साल धान बेचने वाले 28 हजार 304 किसानों ने इस साल पंजीयन करा लिये है।
इस बार किसानों की संख्या 33 हजार से अधिक होने का अनुमान है। हालांकि मानसून की देरी से फसल उत्पादन में फर्क नजर आएगा। कई समितियों में किसानों की संख्या दोगुनी हो गई है, लेकिन धान को सुरक्षित रखने के लिए व्यवस्था नहीं हो सकी है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के लिए सेवा सहकारी समितियाें की ओर से साफ-सफाई कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
धान रखने के लिए समुचित इंतजाम किए जा रहे हैं, लेकिन जिले में 50 फीसदी समितियां ऐसी है। जहां धान रखने के लिए चबूतरे तो बने हैं, लेकिन शेड की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में बारिश और धूप से धान को बचाने के लिए सिर्फ तिरपाल ही सहारा है।
जिले में कांटा बांट का सत्यापन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। समर्थन मूल्य पर किसानों से पहले दिन से ही धान खरीदी के लिए बारदाना भी पर्याप्त मात्रा में भंडारण नहीं हो सका है। जिले में इस साल धान की पैदावार व उत्पादन में पिछले साल की अपेक्षा कमी आने की संभावना है।
पंजीयन पूरा होने के बाद नए किसानों की संख्या स्पष्ट होगी
डीएमओ बुद्धिमान टेकाम ने बताया कि 31 अक्टूबर तक पंजीयन होना है। 1 नवंबर से खरीदी होगी। कृषि विभाग के उप संचालक पीएस दीवान ने बताया कि पंजीयन पूरा होने के बाद ही नए किसानों की संख्या स्पष्ट होगी। आरईओ पंजीयन कर रहे हैं।
इस साल जिले के 33 हजार से ज्यादा किसान बेचेंगे धान
धान खरीदी के लिए नए किसानों का पंजीयन भी शुरू कर दिया गया है। गिरदावरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद यह प्रक्रिया शुरू हुई है। पंजीयन की प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक चलेगी। इसके बाद पहले नवंबर से धान खरीदी शुरू होगी। इस बार 33 हजार से अधिक किसान 41 उपार्जन केंद्रों में अपनी उपज बेचेंगे। इसके पहले ही प्रशासन ने बॉर्डर पर सख्ती और अवैध ढंग से धान खपाने वालों की निगरानी शुरू करने की तैयारी की है।
धान परिवहन में पहले से तगड़ी व्यवस्था निर्देश
प्रदेश सरकार ने धान खरीदी के लिए पहले नवंबर की तारीख तय कर दी है। इसके साथ ही जिलेभर में धान खरीदी को लेकर प्रशासनिक तैयारी तेज हो गई है। कोरिया जिले के अलावा नवगठित जिले एमसीबी में भी धान खरीदी की तैयारी को लेकर अफसर मैदान में उतर गए हैं।
बीते दिनों राज्य स्तरीय अफसरों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिले के अफसरों को जरुरी निर्देश भी जारी किए हैं। इसमें खासकर धान के परिवहन को लेकर पहले ही तगड़ी व्यवस्था बनाने कहा है।
मौसम साफ इसलिए खेतों से फसल लाने की है जल्दी
जिले में फिलहाल मौसम साफ है। बादल नहीं होने के कारण ठंड तेजी से अपना असर दिखा रही है। मौसम साफ देखते हुए किसानों को भी खेतों से फसल को खलिहान में लाने की जल्दी है, लेकिन धान पकने में दो हफ्ते का वक्त लगेगा। जहां धान पक चले हैं वहां किसानों को इन दिनों कुशल मजदूर भी नहीं मिल पा रहे हैं। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए पंजीयन पूरा होने के साथ ही प्रशासन व प्रबंधन व्यवस्था की तैयारी में जुट गए हैं।