अब देशभर में चलेगा कर्ज मुक्ति अभियान
पूरे भारत को कर्ज मुक्त भारत अभियान के तहत लोगों को जोड़ते हुए उन्हें आत्महत्या करने से रोकने का बेड़ाधार्मिक एकता ट्रस्ट ने उठाया है इनके सदस्यों द्वारा देश में ऐसे लोगों से संपर्क किया जाता है जो कर्ज से दबे हुए हैं, उन लोगों को जीने की राह दिखाई जा रही है, यही नहीं राजनीतिक प्रशिक्षक एवं बिज़नेस कोच शाहनवाज़ चौधरी भारतीय जी के द्वारा कर्ज से मुक्ति पाने के 20 तरीकों की ट्रेनिंग निशुल्क दी जा रही है.
अभियान के छत्तीसगढ़ के प्रभारी रजत सिंह भारतीय ने बताया इस समय पूरे भारतवर्ष में प्रतिवर्ष 5000 से ज्यादा लोग कर्ज से दबे होने के कारण आत्महत्या कर रहे हैं वही 121 साम्मुहिक आत्महत्या के मामले मे 272 लोग मौत को गले लगा चुके हैं.
तीन साल 2018,2019,2020 में 25,231 लोगों ने कर्ज की वजह से आत्महत्या कर लिया. NCRB की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में 1 लाख 64 हज़ार से अधिक लोगों ने आत्महत्या की.
हर दिन औसतन 15 से 20 लोग कर्ज की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं और स्थिति ये है की व्यक्ति की कमाई 10000 है और उसे 12000 रुपए कर्जा पटाना है और इस अंतर को अब भरा नहीं जा सकता । लॉकडॉन के बाद से लगभग सभी की आर्थिक स्थिति कमज़ोर हुई है जिसका सीधा असर कर्ज़े पर पड़ा है लोग कर्जा नहीं चूका पा रहे जिससे बैंक cheque bounce के मामले बढ़ने लगे हैं और दिन प्रतिदिन कर्ज देने वाली कंपनियों के एजेंटों द्वारा जबरन वसूली के मामले भी बढ़ रहे हैं, एजेंटों द्वारा गाली गलौज करना, दिन भर कर्ज़दार के घर मे बैठ जाना महिलाओं को डराना धमकाना जैसे मामले बढ़ रहे, झारखंड मे तो एक कंपनी के एजेंट ने ट्रैक्टर की किस्त न जमा करने की वजह से गर्भवती महिला के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया जिससे महिला और बच्चे की मौत हो गई. बड़ी बड़ी कंपनी के मालिक फरार हो जाते हैं और आम जनता और कंपनी के छोटे छोटे एजेंट चंद पैसों के लिए बड़े बड़े अपराध कर देते हैं.
कई कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने लोन तो दिया पर ब्याज दर बढ़ा दिया, CIBIL खराब होने से बैंक लोन नहीं देते तो लोग NBFC का सहारा लेकर लोन लेते हैं.
बहुत सारे फर्जी लोन app है जो तुरंत लोन दे देते हैं पर अपने हिसाब से interest की वसूली करते हैं, और पैसा नहीं चूका पाने पर लोगों की फोटो को एडिट करके नग्न तस्वीर के साथ जोड़ दिया जा रहा है और लोगों के फैमिली के सदस्यों के साथ whatsApp group बनाकर उनकी नग्न तस्वीर भेजकर मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा.
जल्द ही इन परिस्थियों के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मानसिक अवसाद और आत्महत्या के मामले बढ़ने लगेंगे जिससे भारत के मानव संसाधन को भी क्षति पहुुंचेगी.
ऐसे मे लोगों के लिए यह संस्था जीवनदायिनी के रूप में काम कर रही है *रजत सिंह भारतीय* ने बताया कि संस्था के द्वारा भारत देश के सभी राज्यों में *इस अभियान को चला कर लोगों को जीने की राह दिखाई जा रही है* और *सरकार से भी सभी का कर्जा माँफ कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है.*
छत्तीसगढ़ राज्य के सभी कर्जदारों को कर्जा मुक्ति का फॉर्म भरा कर ट्रेनिंग कराया जाता है और हर लोकसभा में जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जोड़ा जा रहा है..
संस्था के द्वारा अब तक पूरे भारत से लगभग एक लाख लोगों को जोड़ा जा चूका है वहीं छत्तीसगढ़ के लगभग 3 हज़ार लोग facebook के माध्यम से जुड़े हैं जिनकी संख्या हर दिन बढ़ रही है.