राजधानी में जुटेंगे विश्वभर के बैंकों के दिग्गज, 29 देशों के प्रतिनिधि करेंगे मंथन

रायपुर। जी-20 देशों के बीच चौथे वित्त कार्य समूह की महत्वपूर्ण बैठक 18 और 19 सितंबर को नवा रायपुर में आयोजित की गई है। इस बैठक में भारत के साथ ही दुनियाभर के जी-20 देशों के वित्त व बैकिंग के दिग्गज शामिल होंगे। 20 देशों के साथ ही नौ विशेष आमंत्रित देश इस बैठक में शिरकत कर रहे हैं।
बैठक में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ), एशियन विकास बैंक के प्रतिनिधियोें के साथ ही अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया,, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब देशोें के सेेंट्रल बैंकोें के आला अधिकारी शामिल होंगे।
बैठक में जी-20 देशों की वित्तीय प्रणाली, भविष्य की योजनाओं और फडिंग पर बात करेंगे। इस विशेष बैठक में ब्रिटिश बैंक की भी उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम का आयोजन वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के बैनर तले होगा, वहीं राज्य सरकार को आयोजन की तैयारियों, सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। राज्य सरकार ने मेहमानों के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की है।
मुंबई के बाद नवा रायपुर में
इससे पहले 13 से 14 सितंबर तक वाराणसी और 14 से 16 सितंबर तक मुंबई में विशेष बैठक आयोजित की गई। नवा रायपुर के बाद 20 से 22 सितंबर तक रिपब्लिक आफ कोरिया के सियोल में आर्किटेक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक प्रस्तावित है।
अतिथियों का आना शुरू
बैठक में शामिल होने के लिए अतिथियों का आगमन शनिवार से प्रारंभ हो गया। 17 सितंबर की रात तक सभी अतिथियों के पहुंचने की संभावना है। जी-20 बैठक को यादगार बनाने के लिए राज्य सरकार ने अपने स्तर पर विशेष तैयारी की है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लेकर जंगल सफारी, पुरखौती मुक्तांगन आदि पर्यटन स्थलों पर प्रतिनिधियों को भ्रमण कराया जाएगा। मेफेयर के साथ ही राजधानी के अन्य स्टार होटल में भी प्रतिनिधियों का निवास रहेगा।
क्या है जी-20
एशियाई वित्तीय संकट के बाद 1999 में जी-20 की स्थापना की गई थी। यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा के लिए वैश्विक मंच है। 2009 में इसे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच नामित किया गया था। जी-20 में 20 देश शामिल हैं।
आर्थिक विषयों के साथ ही जी-20 की बैठक में व्यापार, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार विरोधी एजेंडों को भी शामिल किया है। जी-20 की पहली बैठक वर्ष-2008 में अमेरिका के वाशिंगटन में हुई थी। अब तक इसकी कुल 17 बैठकें हो चुकी हैं। भारत इसकी 18वीं बैठक की मेजबानी कर रहा है।
जी-20 के यह देश शामिल
भारत, अर्जेटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील,क नाडा, चाइना, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रिपब्लिक कोरिया, रशिया, सऊदी अरबिया, साउथ आफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम,यूनाइटेड स्टेट्स आफ अमेरिका, यूरोपियन यूनियन।
नौ विशेष आमंत्रित देश
बांग्लादेश, इजिप्ट, मारीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, यूएई