जेलर की बर्बरता! कैदी नें मांगे पैसे, नहीं दिए तो पीट-पीट कर की हत्या, अब हुई FIR…
लखनऊ। संदिग्ध हालत में हुई बंदी की मौत मामले में डिप्टी जेलर सहित चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है डिप्टी जेलर विजय लक्ष्मी गुप्ता कैदियों को प्रताड़ित करती हैं. हाल ही में विजय लक्ष्मी गुप्ता द्वारा एक कैदी को बुरी तरह से मारा पीटा गया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उस कैदी की मौत हौ गई. इसके बाद से ही मामला तूल पकड़ता चला गया और जेलर विजय लक्ष्मी गुप्ता सहित जेल के फार्मासिस्ट शैलेंद्र वर्मा और मुख्य चीफ सुधांशु श्रीवास्तव के नाम कोर्ट ने केस दर्ज किया है. आरोप है कि मृतक को रुपये देने के लिए अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया गया था।
कारागार में निरूद्ध बंदी की संदिग्ध मौत के मामले में न्यायालय से आदेश होने के बाद शहर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है. मिश्रिख का रहने वाला बब्लू सिंह छेड़छाड़, पॉक्सो और गैंगेस्टर एक्ट के तहत जेल में निरुद्ध था, जिसकी मौत अप्रैल 2023 में हो गई थी, जिसके बाद मृतक की माँ सीमा सिंह ने डिप्टी जेलर सहित अन्य 3 लोगों पर अपने बेटे के साथ मारपीट करने व प्रताडना का आरोप लगाया था|
बबलू सिंह धारा 376 डी, 120 बी, 506, 354 आईपीसी व 5 जी / 6 पॉक्सो एक्ट, 67 आईटी एक्ट, व गैंगस्टर एक्ट के तहत जिला कारागार में निरूद्ध था. 14 अप्रैल 2023 को बबलू सिंह को गंभीर हालत में जेल प्रशासन ने जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेजा, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई. प्रकरण में बबलू की मां सीमा सिंह ने जेल के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पुत्र की हत्या किये जाने की बात कही और उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया था|
माँ का आरोप, बुरी तरह पीटा गया बेटे को...
मृतक बबलू सिंह की माँ सीमा सिंह का आरोप है कि महिला डिप्टी जेलर विजय लक्ष्मी गुप्ता सहित अन्य जेल कर्मी उसके पुत्र से अतिरिक्त पैसों की मांग करते थे. पैसे न देने पर शारीरिक व मानसिक यातनाएं देते थे. 14 अप्रैल को महिला डिप्टी जेलर व अन्य जेल कर्मियों ने बबलू को बुरी तरह पीटा, जिससे बबलू को कई गंभीर चोटें आयी. मरणासन्न स्थिति में औपचारिकता मात्र उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई|
पीएम रिपोर्ट के बाद भी नहीं हुई करवाई...
मृतक की मां सीमा सिंह ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। इसके बाद पोस्टमार्टम कराया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता ने न्यायालय का सहारा लिया। शहर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि डिप्टी जेलर समेत जिला कारागार में तैनात फार्मासिस्ट शैलेंद्र वर्मा, मुख्य चीफ सुधांशु श्रीवास्तव व अन्य अज्ञात जेल कर्मियों पर हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।