ओवर रेटिंग का काला जाल, अधिकारी हो रहे माला माल…
रायपुर। लंबे वक्त के इंतज़ार के बाद एक बार फिर राजधानी रायपुर में शराब की ओवर रेटिंग का काला जाल बिछता जा रहा है। बता दें कि आदर्श आचार संहिता में मिली छूट के बाद अब शराब दुकान संचालकों के बल्ले बल्ले हो गए हैं। शराब दुकान संचालकों के साथ साथ आबकारी अधिकारियों की भी मानो बल्ले बल्ले हो रहे हैं। ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि शराब दुकानों में हो रहे ओवर रेटिंग की जानकारी देने के लिए जब संबंधित अधिकारी से फोन पर संपर्क किया जाता है तब या तो अधिकारी फोन नही उठाते और अगर फोन उठा भी लेते हैं तो मीटिंग में होने का या शहर से बाहर होने का बहाना देते हैं। लेकिन ओवर रेटिंग करने वाले सुपरवाइजर या दुकान स्टाफ पर किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाई नहीं होती है।
बता दें कि राजधानी रायपुर के टिकरापारा शराब दुकान सहित राजधानी के कई शराब दुकानों में धड़ल्ले से ओवर रेटिंग कर जेब गर्म किया जा रहा है। वहीं जब टिकरापारा स्थित शराब दुकान में हो रहे ओवर रेटिंग को लेकर हमारी टीम ने आबकारी अधिकारी अल्ताफ अहमद से फोन पर संपर्क करना चाहा तो अधिकारी जी ने हमारा फोन तक उठना जरूरी नहीं समझा वहीं जब हमने आबकारी उपायुक्त मंजू कसेर से संपर्क करने की कोशिश की तो हमारी यह कोशिश भी नाकाम रही। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि शराब दुकानों में हो रहे ओवर रेटिंग की शिकायत आम इंसान करे तो किस्से करे… क्योंकि अधिकारी जी तो मीडिया कर्मी के फोन का ही जवाब देने में असर्थ हैं।