Himachal Pradesh Election 2022: कुछ ही देर में शुरू होगा मतदान, 68 सीटों पर 412 प्रत्याशी आजमा रहे अपनी किस्मत…
हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 सीटों की जरूरत होती है. साल 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 44 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी...
HP की जनता आज अपनी सरकार चुनने के लिए मतदान करेगी. 68 विधानसभा सीटों पर आज सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू होगी. 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 412 प्रत्याशी इस बार चुनावी मैदान में हैं. वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी. वहीं, वोटों की गिनती 8 दिसंबर 2022 को की जाएगी. फिलहाल बीजेपी सत्ता में है, तो वहीं इस बार आप और कांग्रेस दोनों सरकार बनाने का दावा कर रही है।
विधानसभा 2017 की स्थिति...
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 35 सीटों की जरूरत होती है. वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 44 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी. कांग्रेस के खाते में 2017 में 21 सीटें, सीपीएम को 1 सीट और अन्य को 2 सीट मिली थी।
किस विधानसभा सीट से कितने प्रत्याशी...
हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है. इन 68 सीटों पर इस बार 412 प्रत्याशी खड़े हुए हैं. यहां कांगड़ा जिले की 15 विधानसभा सीटों पर कुल 91 प्रत्याशी खड़े हैं, शिमला जिले में आने वाली 8 विधानसभा सीटों पर 50 उम्मीदवार दावा ठोक रहे हैं. चंबा जिले में 5 विधानसभा सीटें हैं और यहां से 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. कुल्लू जिले की 4 सीटों पर 24 कैंडिडेट्स खड़े हैं. मंडी जिले में 10 विधानसभा सीटें आती हैं. यहां से 67 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं. हमीरपुर जिले की 5 सीटों पर 32 उम्मीदवार रेस में हैं. ऊना की 5 विधानसभा सीटों पर 26 उम्मीदवार खड़े हुए हैं. बिलासपुर की 4 सीटों पर 29 कैंडिडेट्स खड़े हुए हैं. सोलन में 5 विधानसभा सीटें आती हैं, यहां से 32 प्रत्याशी दावा कर रहे हैं. इसके अलावा सिरमौर की 5 सीटों पर 29 उम्मीदवार, किन्नौर विधानसभा सीट से 5 और लाहौल-स्पीति सीट से 3 उम्मीदवार खड़े हुए हैं।
40 साल से हर बार बदलती है सत्ता...
हिमाचल प्रदेश की राजनीति बेहद दिलचस्प है. यहां वर्ष 1982 के बाद से किसी को भी लगातार दो बार सत्ता में आने का मौका नहीं मिला है. यहां हर बार चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच बारी-बारी सत्ता बदलती रहती है. इसके अलावा 68 विधानसभा सीटों में से 23 सीटें ऐसी हैं, जहां हर साल विधायक चेंज हो जाते हैं. यानी एक ही दल का कोई विधायक लगातार दो बार नहीं जीता है।