SCO की बैठक में शामिल होने भारत ने पाक को भेजा न्यौता…

शंघाई कोऑपरेशन संगठन (एससीओ) के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में भारत ने सभी सदस्य राष्ट्रों को इसके विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने का आमंत्रण भेजा है। जो बात आमंत्रण की इस औपचारिक कवायद को खास बना रही है वह यह कि इसमें पड़ोसी देश पाकिस्तान भी शामिल है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री इस आमंत्रण को स्वीकार करके बैठक में शामिल होने भारत आएंगे या नहीं। पाकिस्तान में इसी साल चुनाव हैं और वहां की राजनीति में भारत विरोध का फैक्टर जितनी अहम भूमिका में होता है, उसके मद्देनजर जानकार इसे मुश्किल ही बता रहे हैं, लेकिन अगर वह आते हैं तो 2015 के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच विदेश मंत्री स्तर की यात्रा का यह पहला मौका होगा।
भारत के आमंत्रण पर पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार (26 जनवरी) को कहा कि पाकिस्तान और भारत एससीओ के सदस्य हैं. भारत 2022-2023 के लिए राज्य के प्रमुखों की एससीओ परिषद की अध्यक्षता कर रहा है. इन निमंत्रणों को मानक प्रक्रियाओं के अनुसार संसाधित किया जा रहा है और उचित समय पर निर्णय लिया जाएगा।
भारत एससीओ का वर्तमान अध्यक्ष...
भारत आठ देशों वाले एससीओ का वर्तमान में अध्यक्ष है. पीटीआई के सूत्रों ने कहा कि आमंत्रण निर्धारित प्रक्रिया के तहत भेजे गए थे. अगर पाकिस्तान की ओर से आमंत्रण स्वीकार किया जाता है, तो 2011 में हिना रब्बानी खार के बाद से किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री की यह पहली भारत यात्रा होगी. खार वर्तमान में विदेश राज्य मंत्री हैं।
हिना रब्बानी खार ने दिया बयान...
इसी बीच हिना रब्बानी खार ने गुरुवार (26 जनवरी) को कहा कि जब से मौजूदा सरकार सत्ता में आई है, तब से पाकिस्तान और भारत के बीच कोई बैकचैनल कूटनीति नहीं चल रही है. उन्होंने कहा कि, “इस समय, ऐसी कोई बात नहीं चल रही है.” रब्बानी का बयान भारत की ओर से भेजे गए निमंत्रण के बाद आया है।
शहबाज शरीफ ने की थी शांति वार्ता की पेशकश...
भुट्टो जरदारी को आमंत्रण पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता की पेशकश के कुछ दिनों बाद भेजा गया था. शरीफ ने संयुक्त अरब अमीरात के अल अरबिया न्यूज चैनल से साक्षात्कार में बातचीत का प्रस्ताव दिया था. हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बाद में कहा था कि कश्मीर पर 2019 की कार्रवाई को पलटे जाने तक भारत से बातचीत संभव नहीं है।
मई 2014 में, तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था. दिसंबर 2015 में, तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का दौरा किया और कुछ दिनों बाद, पीएम मोदी ने पड़ोसी देश का संक्षिप्त दौरा किया था. जून 2001 में शंघाई में स्थापित एससीओ (SCO) के आठ पूर्ण सदस्य हैं. 2017 में भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए थे।