बस्तर ओलंपिक 2025 की तैयारियां तेज़, 40 हजार से ज्यादा खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम

रायपुर। उप मुख्यमंत्री एवं युवा कल्याण मंत्री अरुण साव और उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने आज नवा रायपुर स्थित निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में बस्तर ओलंपिक 2025 की तैयारियों की गहन समीक्षा की। बैठक में खेल और युवा कल्याण विभाग के सचिव यशवंत कुमार, संयुक्त सचिव सुखनाथ अहिरवार और संचालक तनूजा सलाम भी शामिल हुए।
इस वर्ष भी बस्तर ओलंपिक का आयोजन पिछले साल की तरह भव्य और व्यापक स्तर पर अक्टूबर-नवंबर माह में किया जाएगा। खेल प्रतियोगिताएं विकासखंड, जिला और संभाग स्तर पर आयोजित होंगी, जिनमें बस्तर संभाग के सातों जिलों और 32 विकासखंडों के 40 हजार से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
“खेल और विकास का संगम है बस्तर ओलंपिक” – अरुण साव...
बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेल आयोजन नहीं, बल्कि विकास और खेल का संगम है। यह पहल बस्तर के युवाओं को सशक्त बनाने और उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करने का माध्यम है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन रचनात्मक पहलों के जरिए बस्तर में भयमुक्त वातावरण तैयार कर युवाओं को खेल और उत्सव से जोड़ना चाहती है। श्री साव ने निर्देश दिए कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी विभाग मिलकर पुख्ता कार्ययोजना बनाएं और ध्येय वाक्य “करसाय ता बस्तर, बरसाय ता बस्तर” (खेलेगा बस्तर, जीतेगा बस्तर) को धरातल पर उतारें।
पिछले वर्ष के विजेता खिलाड़ियों को यूथ आइकॉन के रूप में जोड़ने के साथ ही पंचायत सचिवों, ‘बिहान’ की महिलाओं, खेल संघों और पी.टी.आई. को भी आयोजन से जोड़कर इसे जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया गया।
“हर गांव से जुड़े खिलाड़ी, बनेगा यादगार आयोजन” – विजय शर्मा...
बैठक में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर ओलंपिक को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि
- आयोजन का वृहद प्रचार-प्रसार किया जाए।
- हर गांव के बच्चों और युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
- तैयारियों को और मजबूत करने के लिए बस्तर में विभागीय बैठक जल्द आयोजित की जाए।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की अधिक से अधिक भागीदारी से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और बस्तर में एक सकारात्मक वातावरण तैयार होगा।
11 खेलों में होगी प्रतियोगिता – नक्सल पीड़ित और आत्मसमर्पित नक्सली भी दिखाएंगे दम...
करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले इस आयोजन में 11 खेलों को शामिल किया गया है। प्रतियोगिताएं जूनियर वर्ग (बालक-बालिका) और सीनियर वर्ग (महिला-पुरुष) दोनों श्रेणियों में होंगी। खास बात यह है कि नक्सल हिंसा के दिव्यांग और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए भी विशेष प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
शामिल खेल...
- एथलेटिक्स
- तीरंदाजी
- बैडमिंटन
- फुटबॉल
- हॉकी
- वेटलिफ्टिंग
- कराटे
- कबड्डी
- खो-खो
- वॉलीबॉल
- रस्साखींच
इन खेलों के जरिए बस्तर के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।



