Digital Life Certificate Campaign : मुख्यमंत्री की सोच और वित्त मंत्री की पहल से डिजिटल सुविधा की शुरुआत, अब घर बैठे बनेगा जीवन प्रमाण पत्र

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा और वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी के प्रयासों से प्रदेश के लाखों पेंशनरों को राहत मिली है। अब उन्हें जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बैंकों या कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से (Digital Life Certificate Campaign) की शुरुआत की जा रही है।
मोबाइल ऐप से बनेगा प्रमाण पत्र, चेहरे की पहचान से होगा सत्यापन
नए सिस्टम के तहत पेंशनर अब अपने मोबाइल से ही डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बना सकेंगे। इसके लिए उन्हें आधार फेस आरडी और जीवन प्रमाण फेस ऐप डाउनलोड करना होगा। चेहरे की पहचान (Face Authentication) के ज़रिए यह प्रमाण पत्र स्वतः तैयार हो जाएगा। यह तकनीक पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी है, जिससे पेंशनर अपने घर बैठे प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे।
रायगढ़ में तैयारियां पूरी, शिविरों से मिलेगी सुविधा
जिला प्रशासन रायगढ़ ने इस अभियान के लिए पूरी तैयारी कर ली है। 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक चलने वाले इस अभियान के दौरान रायगढ़, खरसिया और एडीबी रायगढ़ समेत सात प्रमुख स्थानों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में बैंक और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की टीमें पेंशनरों की मदद करेंगी।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर पहुंच सेवा भी उपलब्ध
राज्य शासन ने 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के पेंशनरों के लिए अक्टूबर से ही प्रमाण पत्र स्वीकार करने की अनुमति दी है। वहीं, जो बुजुर्ग स्वास्थ्य कारणों से घर से बाहर नहीं जा सकते, उनके लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस कर्मी घर जाकर (Digital Life Certificate) तैयार करेंगे।
अभियान का उद्देश्य – सहज, सम्मानजनक और आत्मनिर्भर व्यवस्था
यह अभियान भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के समन्वय में चलाया जा रहा है। राज्य स्तर पर वित्त विभाग और संचालनालय पेंशन एवं भविष्य निधि ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। उद्देश्य यह है कि पेंशनरों को सरकारी प्रक्रियाओं में किसी तरह की परेशानी न हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें।



