सरस मेला 2025 में कोरिया जिले की महिला स्व-सहायता समूहों ने बनाई राष्ट्रीय पहचान

नई दिल्ली। प्रगति मैदान में आयोजित सरस मेला 2025 में कोरिया जिले की महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों ने राजधानी दिल्ली में अपनी खास पहचान बनाई। मेले में प्रदर्शित “अमृत मोदक” और “कोरिया अमृत अचार” की खुशबू और स्वाद ने आगंतुकों का दिल जीत लिया।
महिलाओं की मेहनत ने बनाई कमाई और पहचान...
कोरिया जिले की दो स्व-सहायता समूहों ने मेले में उल्लेखनीय सफलता हासिल की:
- ज्योति महिला स्व-सहायता समूह ने 200 किलोग्राम से अधिक अमृत मोदक की बिक्री कर 88 हजार रुपये की आय अर्जित की।
- जागृति महिला स्व-सहायता समूह ने 260 किलोग्राम अचार और 36 किलोग्राम पापड़-बड़ी का विक्रय कर एक लाख रुपये से अधिक की आय प्राप्त की।

मेले में उपस्थित विभिन्न विक्रेताओं, खरीदारों और पर्यटकों ने कोरिया जिले के उत्पादों की गुणवत्ता और स्वाद की सराहना की और भविष्य में ऑर्डर देने की इच्छा जताई।
राष्ट्रीय मंच पर महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था...
कोरिया जिले की महिलाएं स्थानीय संसाधनों और पारंपरिक विधियों का उपयोग कर अपने उत्पाद तैयार कर राष्ट्रीय मंच तक पहुँचा रही हैं। इससे न केवल महिला सशक्तिकरण को बल मिला है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिली है।
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने कहा —
“हमारी महिला स्व-सहायता समूहों में काम करने वाली महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। हमारा उद्देश्य केवल आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के पारिवारिक और शैक्षणिक वातावरण को भी सशक्त बनाना है।”
सरस मेला 2025 में कोरिया जिले की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि स्थानीय प्रतिभा और परंपरागत ज्ञान राष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बना सकता है।



