UP में योगी का बड़ा फैसला : बोले- महाकुंभ में अत्यधिक चरित्रवान पुलिसकर्मीयों की नहीं लगेगी ड्यूटी, सिर्फ इनकी होगी तैनाती …
प्रयागराज। आगामी प्रयागराज महाकुंभ में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के चयन को लेकर UP में योगी सरकार ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बता दें कि, डीजीपी मुख्यालय से निर्देश दिया गया है कि, अत्यधिक चरित्रवान यानी शराब पीने या मांसाहार करने वाले पुलिसकर्मियों की महाकुंभ में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। इसके साथ ही, उनकी सत्यनिष्ठा, छवि, आम शोहरत और चाल-चलन पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
पुलिसकर्मियों के लिए दिशा-निर्देश
महाकुंभ के लिए तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों की आयु और अन्य मानदंडों को लेकर भी डीजीपी मुख्यालय ने सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। एडीजी स्थापना संजय सिंघल द्वारा जारी पत्र के अनुसार, आरक्षियों की आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, मुख्य आरक्षी 50 वर्ष और उपनिरीक्षक एवं निरीक्षक 55 वर्ष से अधिक आयु के नहीं होने चाहिए। वहीं महाकुंभ में तैनात पुलिसकर्मियों का शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना अनिवार्य है। इसके अलावा, ऐसे पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के लिए नहीं भेजा जाएगा, जो प्रयागराज के मूल निवासी हैं, ताकि निष्पक्षता बनी रहे।
ड्यूटी के लिए तैनाती की प्रक्रिया
महाकुंभ के लिए पुलिस बल की तैनाती तीन चरणों में की जाएगी। पहला चरण 10 अक्तूबर, दूसरा चरण 10 नवंबर, और तीसरा चरण 10 दिसंबर तक पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, लिपिक संवर्ग और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की तैनाती के लिए भी नाम भेजने का निर्देश दिया गया है।
15 पीपीएस अफसर किए गए संबद्ध
महाकुंभ में सुचारू प्रशासनिक व्यवस्था के लिए डीजीपी मुख्यालय ने 15 पीपीएस अधिकारियों को एसपी कुंभमेला क्षेत्र के साथ संबद्ध किया है। इनमें तीन एएसपी – दिनेश कुमार द्विवेदी, विशाल यादव, और दुर्गा प्रसाद तिवारी शामिल हैं। इसके साथ ही, 12 डिप्टी एसपी को भी महाकुंभ के लिए नियुक्त किया गया है। इन सभी अधिकारियों को आगामी 15 अक्तूबर तक प्रयागराज में अपनी तैनाती सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों में पुलिसकर्मियों की तैनाती को लेकर प्रशासन ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि महाकुंभ में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी शारीरिक, मानसिक और नैतिक रूप से सक्षम हों, जिससे महाकुंभ का आयोजन सुचारू और सुरक्षित रूप से हो सके।