कोरिया में महिला सशक्तिकरण की नई उड़ान: 99 करोड़ से अधिक का ऋण वितरण, महिलाओं को मिला आत्मनिर्भरता का संबल

कोरिया। जिला पंचायत परिसर में आयोजित जिलास्तरीय मेगा लिंकेज एवं क्रेडिट कैंप में महिला स्व-सहायता समूहों और हितग्राहियों को 99 करोड़ 32 लाख रुपये से अधिक का ऋण स्वीकृत किया गया। यह आयोजन सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग से किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न शासकीय, अशासकीय और निजी बैंकों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाड़े ने कहा कि स्व-सहायता समूह और बिहान योजना ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। उन्होंने कहा, “अब लक्ष्य लखपति बनना नहीं, बल्कि करोड़पति बनने का सपना देखना है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की महिला सशक्तिकरण योजनाओं की सराहना की, जिनसे कोरिया जिले की महिलाएं आज आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम कर रही हैं।

कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि बैंकों और हितग्राहियों के बीच सशक्त समन्वय जरूरी है ताकि ऋण की अदायगी समय पर हो और भविष्य में आर्थिक सहयोग का मार्ग खुला रहे। उन्होंने बताया कि इस मेगा कैंप का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोजगार से जोड़ते हुए आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि 16 बैंकों द्वारा 2,123 प्रकरणों में ऋण स्वीकृत किया गया है, जिनमें से 2,015 प्रकरणों में 80 करोड़ 64 लाख रुपये का वितरण हो चुका है। इनमें सबसे अधिक भारतीय स्टेट बैंक ने 402 प्रकरणों में 25 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण किया। यह ऋण बिहान, मुद्रा, कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी और आदिवासी वित्त जैसी योजनाओं के अंतर्गत दिया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मोहित पैकरा, सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष वंदना राजवाड़े, जनपद पंचायतों के प्रतिनिधि, बैंक अधिकारी, हितग्राही एवं बड़ी संख्या में महिला समूहों की सदस्याएं शामिल हुईं।