राजा सारथी के राज में आखिरकार कौन है मौज में… अधिकारी या कंपनी…!
रायपुर| छत्तीसगढ़ की अर्थ व्यवस्था में अहम् भूमिका निभाने वाले आबकारी विभाग में इन दिनों काले घने बादल छाए हुए हैं| एक-एक कर विभाग या सम्बंधित कंपनी के छुपे पोल ताश की पत्तों की तरह बिखरते जा रहे हैं| बता दें कि कुछ दिनों पहले ही दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर नौकरी में लगने की खबर को भी हमने प्रमुखता से दिखाया था तो वहीं अब कंपनी के कुछ कर्मचारियों की भी पोल पट्टी हमारे हांथों लगी है| ज्ञात हो कि तत्कालीन आबकारी सहायक आयुक्त विकास गोश्वामी के कार्यकाल के दौरान राजधानी रायपुर में शराब की ओवर रेटिंग की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई थी| जिसमें सरकार की छवि भी काफी धूमिल हुई जिसे देखते हुए सज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विकास गोश्वामी का तबादला दूसरे शहर में कर दिया जिसके बाद रामकृष्ण मिश्रा को रायपुर जिले के उपायुक्त का जिम्मा सौंपा गया|
वहीं अब कंपनी के एक कर्मचारी की कहानी भी दिलचस्प है| बता दें कि BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सेक्योरिटी इंडिया लिमिटेड कंपनी) में राजा सारथी एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत है राजा सारथी पहले भी तत्कालीन A2Z कंपनी व तत्कालीन सुमित कंपनी में भी कार्यरत था जिसे पूर्व में भी दोनों कपनियों से इसके आचरण व कार्य को देखते हुए बहार का रास्ता दिखाया गया था| लेकिन फिर भी पता नहीं कैसे कौन से जेक जुगाड़ से या यूं कहें तो भगवान् की लीला से एक बार फिर से वर्तमान के BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सेक्योरिटी इंडिया लिमिटेड कंपनी) में एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत हो गया|
वहीं अब विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजा सारथी कुछ विभागीय अधिकारीयों की मिलीभगत से योग्य या आयोग्य व्यक्तियों को शराब दुकानों में कार्य करने योग्य बना कर लगवा रहा है| राजा सारथी ने राजधानी रायपुर के लालपुर शराब दुकान, भांटागावं स्थित विदेसी शराब दुकानों में कई व्यक्तियों को कार्य करने के लिए पदस्थ किया है| बड़ा दें कि यह सभी शराब की दुकानें आबकारी अधिकारी कमल कोडोपी के अधीनस्थ आते हैं| कुछ कर्मचारियों ने नाम न उजागर करने के शर्त पर बताया कि एरिया मैनेजर ने 1-1 लाख रूपये लेकर इन सभी कर्मचारियों को आयोग्य होने के बावजूद शराब दुकानों में कार्य करने योग्य बना दिया| यह जानकारी हमें विशेष सूत्रों के माध्यम से मिली है इस पर nationupdate.in अपनी मुहर नही लगाता।