आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तराखंड का लाल शहीद, सीएम धामी ने घटना पर जताया दु:ख…
Jammu Kashmir Encounter: कश्मीर के डोडा में आतंकी हमले के दौरान उत्तराखंड का लाल कैप्टन दीपक शहीद हो गया। 25 वर्षीय कैप्टन दीपक सिंह उत्तराखंड के देहरादून जिले के निवासी है। बताया जा रहा है कि डोडा में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हुई थी। जिसमें कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने की भी खबर है।
मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों को आतंकियों के बारे में खुफिया इनपुट मिला था, जिसके बाद सुरक्षा बलों की टीम अस्सर के शिवगढ़ धार क्षेत्र में आतंकियों की तलाश में निकली हुई थी। इस दौरान सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने फायरिंग कर दिया, जिसके जवाब में सुरक्षों बलों की तरफ से भी गोलीबारी करना शुरू किया गया।
25 वर्षीय दीपक सिंह 13 जून 2020 को सेना में कमीशन हुए थे. एक तरफ देश आज अपने 78वें आज़ादी का पर्व माना रहा है तो वहीं कैप्टन दीपक सिंह देश के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए शहीद हो गए. देश उनकी इस कुर्बानी पर गर्व कर रहा है. कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को देहरादून पहुंच रहा है. जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. दीपक सिंह के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई है.
कैप्टन दीपक सिंह का शहीद होना उत्तराखंड के लिए बड़ी क्षति है. उन्होंने अपनी जवानी में ही देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. उनकी शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. कैप्टन दीपक सिंह के परिवार को इस दुखद घड़ी में सांत्वना देने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित तमाम नेता पहुंच रहे हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैप्टन दीपक सिंह धामी की शहादत पर दुख जताया है. सीएम धामी ने कहा है कि कैप्टन दीपक सिंह के बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता. उन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया है. उनका बलिदान देश कभी नहीं भूल सकता उत्तराखंड उनका हमेशा ऋणी रहेगा. सीएम धामी ने कहा कि दुख इस घड़ी में देश और उत्तराखंड दीपक सिंह के परिवार के साथ खड़ा है.
कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजली देने के लिए जमा हुए लोग...
कैप्टन दीपक सिंह की शहादत से उत्तराखंड के लोगों में गहरा दुख है, उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोग देहरादून में जमा हो रहे हैं, उनकी शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. आज आज़ादी का पर्व मनाया जा रहा है दूसरी ओर देश के लिए एक नौजवान ने अपना बलिदान दिया है. इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग दीपक सिंह के पार्थिव शरीर का उनके घर पहुंचने का इंतजार कर रहे है.