अजय चंद्राकर का ग़ुस्सा या गलतफहमी? वायरल वीडियो से गरमाई सियासत…

छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है। मामला बीजेपी के सदस्यता अभियान सम्मान समारोह का है, जहां मंच पर मौजूद वरिष्ठ भाजपा नेता और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो को छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए दावा किया है कि चंद्राकर ने सार्वजनिक मंच पर प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल को फटकार लगाई और मंच पर ही सम्मान और गमछा लौटा दिया।
कांग्रेस का तंज : "भाजपा के राहु ने फिर दिखाए तेवर"
कांग्रेस ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए तीखा कटाक्ष किया और लिखा —
“भाजपा के राहु कहे जाने वाले अजय चंद्राकर ने फिर दिखाए अपने तेवर… अजय जामवाल और किरण देव को जमकर सुनाई खरी खोटी… मंच पर ही लौटा दिया सम्मान और गमछा।
कभी 3 टके का सवन्नी भी धमका देता था, अब तो मंत्रालय भी नहीं मिला। ‘जले में नमक’ अजय दाऊ को सदस्यता अभियान का तम्बूरा पकड़ा रहे।”
कांग्रेस के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर अजय चंद्राकर को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कई लोगों ने इसे बीजेपी में अंदरूनी मतभेद का संकेत बताया, तो कुछ ने इसे सिर्फ ‘नाटक’ करार दिया।
अजय चंद्राकर का पलटवार : “कांग्रेस को विषयों की समझ नहीं”
विवाद बढ़ते ही खुद अजय चंद्राकर ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया। उन्होंने एक्स पर लिखते हुए कहा —
“कांग्रेस के मित्रों को मैं बताना चाहता हूं कि मैं राहुल गांधी की तरह बिना समझे नहीं बोलता।
आप सभी लोगों ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी तो पढ़ी ही होगी।
मैंने बीजेपी के मंच से केवल इतना कहा था कि ‘मां (भारतीय जनता पार्टी) की सेवा में कोई सम्मान नहीं होना चाहिए और यदि किया भी जा रहा है तो प्रदेश अध्यक्ष किरण देव जी का होना चाहिए, जिनकी प्रेरणा से संगठन ने यह सदस्यता लक्ष्य प्राप्त किया है।
राजनीति करने के लिए कोई और विषय तलाश कीजिए।”
वायरल वीडियो बना चर्चा का केंद्र...
हालांकि वीडियो में कोई स्पष्ट आपत्तिजनक शब्द नहीं सुनाई देता, लेकिन कांग्रेस के दावों और अजय चंद्राकर की प्रतिक्रिया ने इस घटना को विवाद का विषय बना दिया है। क्या यह BJP के भीतर नाराज़गी का संकेत है या कांग्रेस की सियासी चाल? इस पर फिलहाल सियासी हलकों में चर्चाएं जारी हैं।