राजधानी के इस शराब भट्टी में हुई ओवर रेटिंग की सुगबुगाहट तेज़…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी को लेकर राजनीतिक उठापटक तो लगातार जारी है लेकिन इस बीच ओवर रेटिंग ने भी राजधानी के कई शराब दुकानों में अपने पैर पसार लिए हैं खबर है कि राजधानी रायपुर के कई शराब दुकानों में जमकर ओवर रेटिंग की जा रही है जिसे मदिरा प्रेमियों में काफी रोष व्याप्त है।
वहीं जब नेशन अपडेट की टीम ने ओवर रेटिंग पर मिल रहे खबरों की पड़ताल की तो पाया कि राजधानी रायपुर के लाभांडी शराब दुकान में ओवर रेटिंग होना पाया। शराब खरीदने आए ग्राहकों से भी जब नेशन अपडेट की टीम ने बातचीत की तो उन्होंने भी बताया कि किस तरीके से लाभांडी के इस शराब दुकान में आए दिन ओवरएक्टिंग किया जाता है। तो वहीं जानकारी के मुताबिक ओवर रेटिंग का यह सारा कृत्य सुपरवाइजर की निगरानी में किया जाता है।
बता दे कि वर्ष 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनने वाली थी तब कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था वह उस समय कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने गंगाजल को हाथ में लेकर पूर्ण शराबबंदी के लिए कसमें भी खाई थी लेकिन आज लगभग साढ़े चार वर्ष बीत जाने के बाद भी कांग्रेस ने अपने इस पूर्ण शराबबंदी के वादे को पूरा नहीं किया। तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव द्वारा एक बयान दिया जाता है कि अब छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू नही किया जाएगा। तो अब इसका मतलब जनता क्या समझे कि कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र में किये गए वादे झूठे थे। या फिर हांथों गंगाजल में लेकर खाई वह कसम झूठी थी…?
इन चार सालों के दरम्यान शराबबंदी के तरफ कोई खास ध्यान नहीं दिया गया लेकिन अवैध शराब बिक्री व ओवर रेटिंग जमकर होने लगी। बता दें कि रंगों के त्योहार होली में ओवर रेटिंग को नियंत्रण करने के लिए आबकारी विभाग की सख्ती देखने को मिली। लेकिन त्योहार के गुजरते ही सख्ती भी गुजर गई। और शराब दुकानों में एक बार फिर ओवर रेटिंग ने दबे पांव अपना पैर पसार लिया। आपको बता दें कि राजधानी रायपुर के लाभांडी के शराब दुकान में समयानुसार ओवर रेटिंग कर जेब गर्म किया जा रहा है। सूचना के मुताबिक आए दिन नाका लगा कर व सूरज ढलते ही ओवर रेटिंग का पारा चढ़ जाता है।
अब देखने वाली बात तो यह होगी कि हमारे इस खबर के बाद आबकारी विभाग क्या अपनी कुम्भकर्णीय नींद से जाग कर ओवर रेटिंग करने वाले ऐसे दुकान संचालकों पर क्या कार्यवाई करता है…?