संसद के शीतकालीन सत्र में राहुल गांधी समेत कांग्रेस के ये बड़े नेता नहीं होंगे शामिल, जानें कारण…
दिसम्बर माल के दूसरे सप्ताह के 7 तारीख यानी बुधवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है. इस बार संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता दिखाई नहीं देंगे. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह सहित पार्टी के तमाम बड़े नेता इस शीतकालीन सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे।
बता दें कि राहुल गांधी सहित पार्टी के कई बड़े नेता अभी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं. इसी बीच संसद का शीतकालीन सत्र भी शुरू हो रहा है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से लोगों का ध्यान भटके, इसलिए आलाकमान ने यह फैसला किया है कि राहुल सहित कई बड़े नेता यात्रा को जारी रखेंगे।
सोनिया गांधी की उपस्थिति पर भी संशय...
सूत्रों की माने तो राहुल गांधी इस बार संसद के शीतकालीन सत्र से दूर रहेंगे. शीतकालीन सत्र में शामिल होने को लेकर कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी संशय है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फ्री हैंड देने के लिए सोनिया अब पार्टी से संबंधित मामलों से दूरी बनाने की सोच रही हैं. यही कारण है कि वह इस बार संसद में पार्टी की अगुवाई करती नहीं दिखेंगी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता पर होगी बैठक!
मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद, पार्टी के सामने राज्यसभा में विपक्ष का नेता चुनना भी एक बड़ी चुनौती है. सूत्रों के मुताबिक, संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एक अहम बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में राज्यसभा में विपक्ष का नेता चुनने को लेकर चर्चा हो सकती है. खरगे की जगह अब पी चिदंबरम या दिग्विजय सिंह को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
शीतकालीन सत्र में आयोजित होंगी 17 बैठकें...
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया को बताया है कि इस बार संसद का शीतकालीन सत्र 7 से 29 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान 23 दिनों में 17 बैठकें आयोजित की जाएंगी. अमृत काल के बीच सत्र के दौरान विधायी कार्य और अन्य मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार रचनात्मक बहस के लिए तैयार है।