चरम पर है तिल्दा शराब दुकान में शराब की ओवर रेटिंग, अधिकारियों की आंख में धूल झोंक कर दे रहे अंजाम…
शराब दूकान के सुपरवाईजर, व कर्मचारियों को नही है आबकारी अधिकारी का डर...
रायपुर। राजधानी रायपुर में आबकारी विभाग के अधिकारी भले ही शराब की ओवर रेटिंग को रोकने के लिए भरकस प्रयास कर रहें हैं लेकिन दुकान संचालक शराब की ओवर रेटिंग करने के लिए कोई न कोई जुगाड़ लगा ही लेते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार साल के आखरी रात दुकान संचालक अपनी जेब गर्म करने के लिए धड़ल्ले से शराब की ओवर रेटिंग शुरू कर दी है, आबकारी विभाग के नियम से तय की गई शराब की कीमत से अधिक की कीमत पर शराब बिक्री किया जा रहा है। शराब की ज्यादा रेट में बिक्री किए जाने को लेकर मदिराप्रेमियो में आक्रोश व्याप्त है लेकिन प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते वे भी ज्यादा कीमत पर शराब खरीदने मजबूर है।
रायपुर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तिल्दा नेवरा शराब दुकान में सुबह से लेकर रात तक लाखो की शराब की बिक्री की जा रही है लेकिन इस शराब की बिक्री से दूकान के सुपरवाईजर, सेल्समेन व आबकारी अधिकारी के जेबे गर्म हो रही है क्योकि इस शराब दूकान का संचालक हर बोतल शराब में तय कीमत से ज्यादा की रकम ले रहा है।
सूत्रों की माने तो शराब दूकान में देशी प्लेन, मसाला सहित गोवा शराब में प्रति बोतल 10 से 20 रूपए अधिक लिए जा रहे है, शराब दूकान से शराब लेकर निकले एक मदिराप्रेमी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह से लेकर देर रात तक शराब दूकान से अधिक कीमत पर शराब बेचीं जा रही है अधिक दाम लेने की बात करने पर शराब दूकान के सेल्समेन व सुपरवाईजर द्वारा बदसलूकी की जाती है वही आबकारी विभाग के अधिकारियो का संरक्षण होने का दंभ भरकर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं होने का हवाला भी दिया जाता है।
वहीं विभागीय सूत्रों की माने तो कुछ दिन पहले ही आबकारी विभाग की कार्यवाई तिल्दा के कई शराब दुकानों में हुई थी और ओवर रेटिंग करने पर आबकारी विभाग द्वारा कार्यवाई करते हुए दुकान के कई स्टाफ को निकाला भी गया था। लेकिन आबकारी विभाग की कार्यवाई के बावजूद आज भी वही व्यक्ति कार्य कर रहा है जो शायद पहले भी ओवर रेटिंग करते पकड़ाया जा चुका है।
“जब सैया भये कोतवाल फिर डर काहे का” कहावत की तर्ज पर तिल्दा के शराब दूकान में मनमानी की जा रही है सभवत: आबकारी अधिकारी की शह पर ओवर रेटिंग का खेल खेला जा रहा है।