धड़ल्ले से चल रहा ओवर रेटिंग का खेल, हाथ पर हाथ धरे बैठे अधिकारी, कुर्रा शराब दुकान के कर्मचारियों की थाने में हुई है FIR, फिर भी नहीं हुई कोई कार्रवाई…
रायपुर। धरसींवा विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत कुर्रा में स्थित शराब दुकान जो कि आबकारी अधिकारी प्रकाश देशमुख के अधीनस्थ आता है बताने की शराब के इस दुकान में ओवर रेटिंग का खेल धड़ले से चल रहा है मदिरा प्रेमियों को अधिक कीमत पर शराब पड़ोसी जा रही है। जिसके चलते आए दिन शराब प्रेमियों और सेल्समैन के बीच लड़ाई – झगड़ा होते ही रहता है। सैल्समैन के मुंह से जो निकल गया वही कीमत मदिरा प्रेमियों को देनी पड़ती है है। वहीं कुछ दिन पूर्व ही कुर्रा स्थित देसी शराब दुकान के समस्त कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच लड़ाई झगड़ा भी हुए थी जिसके बाद इस लड़ाई झगड़े की एफआईआर नजदीकी थाने में भी कराई गई। लेकिन ऊंची पहुंच पकड़ और पैसों के दम पर सिर्फ और सिर्फ कागजी कार्रवाई ही की गई।
हालांकि प्रदेश में आबकारी विभाग ने शराब बिक्री करने के संबंध में अनियमितताओं और अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी के साथ लगातार कार्यवाही भी की जा रही है। सचिव आबकारी सह आयुक्त आर. संगीता ने प्रदेश में शराब दुकानों का संचालन करने वाली समस्त प्लेसमेंट एजेंसियों की बैठक लेकर शराब दुकानों में शासन द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में शराब बेचने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। इसके बावजूद यह खेल आबकारी विभाग के ही कर्मियों के संरक्षण में यह खेल फल फूल रहा है।
शराब की में 10 से 20 रुपया ज्यादा वसूली...
बता दें कि, इन दिनों क़ुरा के शासकीय शराब दुकानों में अवैध वसूली का खेल चल रहा है। यहां सरकारी शराब की दुकानों में कर्मचारी प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब बेच रहे हैं बीते कुछ दिन पहले ही शराब प्रेमियों और लोगों का गुस्सा उस वक्त फूटा पड़ा, जब हर शराब की बोतल पर 10 से 20 रुपए अधिक लिया जा रहा था। हालांकि मामला को शांत किया गया था।
अधिक कीमत लेकर बेच रहे शराब...
शराब खरीदने वाले एक शख्स ने बताया कि, कुरा के अंग्रेजी शराब दुकान में भी शराब की बोतलों में प्रिंट रेट से अधिक कीमत लिया जा रहा है। ग्राहक विरोध न करे, इसको लेकर शराब दुकान संचालक प्रिंट रेट को मिटा देते हैं कुछ लोगों ने यह भी बताया कि, क़ुरा स्थित अंग्रेजी शराब दुकान में भी अधिक कीमत लेकर शराब बेचा जा रहा है। वही इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की गई है। इसके बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। हर एक शराब की बोतलों में 20 से 30 रुपए अधिक रेट लिया जा रहा है।