दुर्ग में सनातन धर्म और संतों के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट का मामला, शिक्षक गिरफ्तार

दुर्ग, छत्तीसगढ़। दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र से धार्मिक भावनाएं आहत करने वाला गंभीर मामला सामने आया है। एक निजी कोचिंग संस्थान में शिक्षक के पद पर कार्यरत लक्ष्मीकांत निषाद ने 27 जुलाई 2025 को फेसबुक पर सनातन धर्म, ब्राह्मण समाज और प्रसिद्ध संतों के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे हिंदू समाज में तीव्र आक्रोश फैल गया।
सोशल मीडिया पर संतों को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी...
पोस्ट में कथित रूप से सनातन धर्म, संपूर्ण सनातनी समाज, और ब्राह्मण समुदाय के साथ-साथ प्रसिद्ध संत-कथावाचकों — पंडित धीरेंद्र शास्त्री, प्रदीप मिश्रा, और श्रीरामभद्राचार्य पर अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया था।
पोस्ट सामने आने के बाद बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बजरंग दल के जिला संयोजक सौरभ देवांगन ने इसे समाज को तोड़ने वाली मानसिकता बताते हुए कहा कि यह पोस्ट धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास है।
थाने में शिकायत, आरोपी शिक्षक गिरफ्तार...
मामले की गंभीरता को देखते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मोहन नगर थाना में आरोपी शिक्षक के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने लक्ष्मीकांत निषाद को गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी अलेक्जेंडर किरो ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
हिंदू संगठनों की मांग – हो सख्त कार्रवाई...
हिंदू संगठनों ने मांग की है कि इस तरह की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति धर्म विशेष या संत समाज को सोशल मीडिया पर अपमानित करने की हिम्मत न कर सके।
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत किसी भी धर्म, संप्रदाय या समुदाय के खिलाफ सार्वजनिक रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करना दंडनीय अपराध है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आईटी एक्ट व धार्मिक भावनाएं आहत करने से संबंधित धाराओं में कार्यवाही की जा रही है।