मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता सुधार के लिए महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी एवं गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा राज्य स्वास्थ्य प्रशिक्षण संस्थान (SIHFW) के सौजन्य से महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों (LHV) के लिए एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उच्च जोखिम गर्भावस्था (High Risk Pregnancy – HRP) के मामलों के बेहतर प्रबंधन हेतु महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों की क्षमता को सशक्त बनाना है। प्रशिक्षण के बाद ये पर्यवेक्षक मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में और भी प्रभावी भूमिका निभाएंगी।
राज्य में इस प्रकार का यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों के कौशल संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया गया है।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया, आयुक्त सह संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, संचालक महामारी नियंत्रण डॉ. एस.के. पामभोई, संयुक्त संचालक डॉ. निर्मला यादव, उप संचालक डॉ. शैलेन्द्र अग्रवाल, डॉ. वी.आर. भगत, यूनीसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. गजेन्द्र सिंह, तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पूरे राज्य में 14 चरणों में होगा प्रशिक्षण...
यह प्रशिक्षण का पहला बैच था। आने वाले चरणों में 14 बैचों के माध्यम से राज्यभर की महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे जमीनी स्तर पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।
महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक: स्वास्थ्य सेवाओं की सशक्त कड़ी...
विशेषज्ञों ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को घटाने में महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे न केवल समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की अग्रिम पंक्ति में कार्य करती हैं, बल्कि स्वास्थ्य संस्थानों और समुदाय के बीच एक मजबूत सेतु की भूमिका निभाती हैं।
व्यावहारिक प्रशिक्षण और अनुभव साझा...
प्रशिक्षण में प्रजनन, मातृ, शिशु, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य (RMNCH) से संबंधित विषयों जैसे —
- एएनसी (Antenatal Care)
- उच्च जोखिम गर्भावस्था (HRP) की पहचान व प्रबंधन
- पीएमएसएमए (PMSMA) कार्यक्रम
- प्रसव पूर्व एवं पश्चात देखभाल
- संक्रमण नियंत्रण
- नवजात देखभाल
- रेफरल समन्वय प्रणाली
पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागियों ने समूह चर्चा, केस स्टडी और व्यवहारिक अभ्यास के माध्यम से अनुभव साझा किए।
समापन सत्र में लिया बेहतर परिणामों का संकल्प...
कार्यक्रम के समापन सत्र में पोस्ट-टेस्ट और फीडबैक प्रस्तुति आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताते हुए मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर परिणाम सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।



