बिलासपुर शहर के 17 सरकारी भवन हुए सोलर एनर्जी से रोशन

बिलासपुर : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब निगम के विकास भवन के साथ शहर के कुल 17 बड़े सरकारी भवन सोलर एनर्जी से रोशन होने लगे हैं। इन भवनों में सोलर एनर्जी लाने के लिए कुल पांच करोड़ 85 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इन भवनों में 1633 पैनल लगाए गए हैं, जिसमे से 868 किलोवाट बिजली पैदा हो रही है। इससे इन भवनों की प्रकाश व्यवस्था संचालित हो रही है।
पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया जा रहा है। इसके तहत सोलर ऊर्जा के उपयोग को बेहतर विकल्प माना जा रहा है। ऐसे में बड़े बड़े प्रोजेक्ट में सोलर पावर पर जोर दिया जा रहा है। इसी के तहत अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसी वजह से स्मार्ट सिटी फंड से शहर के 17 बड़े सरकारी भवन को सोलर एनर्जी से रोशन किया गया है। इसके तहत मौजूदा स्थिति में सभी भवन में सोलर पैनल लगाया जा चुका है और सभी को चालू कर दिया गया है। जिसके माध्यम से इन भवनों की प्रकाश व्यवस्था सोलर ऊर्जा से पूरी हो रही है। आने वाले दिनों में इन भवनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसके लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
इन भवनों में सोलर ऊर्जा
विकास भवन, सेंट्रल लाइब्रेरी नूतन चौक, टाउन हाल, लखीराम अग्रवाल आडिटोरियम, मल्टी लेवल पार्किंग कलेक्टोरेट, सामुदायिक भवन नर्मदा नगर, त्रिवेणी भवन व्यापार विहार, संजय तरण पुष्कर, पुरानी कंपोजिट भवन, नई कंपोजिट भवन, जिला पंचायत भवन आदि प्रमुख हैं।
शहर के हर उद्यान में सोलर ऊर्जा
नगर निगम द्वारा जितने भी उद्यान का कायाकल्प किया जा रहा है, वहा पर सोलर एनर्जी पर पूरा ध्यान दिया गया है। इसी के तहत सभी उद्यान की स्ट्रीट लाइट सोलर ऊर्जा से रोशन हो रहे है। हर खंबे में पृथक-पृथक सोलर पैनल लगा हुआ है, जो हर शाम शाम में रोशन होने लगता है।
होगी 40 से 50 लाख की बचत
इन सोलर पैनल के माध्यम से हर साल 12 लाख यूनिट बिजली पैदा हो सकेगी। इसकी कीमत 40 से 50 लाख रुपये होगी। मालूम हो कि ज्यादातर भवनों का बिजली बिल नगर निगम को ही भरना पड़ता है। इससे अब हर साल निगम को 40 से 50 लाख की बचत होगी, जिसका उपयोग दूसरे विकास कार्यो में किया जा सकेगा।
ये भी हैं फायदे
ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिल रहा।
हर साल बारह लाख यूनिट बिजली की होगी बचत।
भवन इको फ्रेंडली होंगे रहे हैं।
पर्यावरण में सुधार आएगा।