सामाजिक समरसता ही हमारा संस्कार है :हर्षिता

बिलासपुर। सनातन काल से सामाजिक समरसता ही भारत का संस्कार है ,सभी समाजों की एकजुटता ही हमारी शक्ति है। विश्व में कही भी वसुधैव कुटुम्बकम की संस्कृति नहीं है और ये ही सोच बनाता है भारत को विश्व गुरु l उक्त बातें हर्षिता पाण्डेय ने नगर के विभिन्न समाजों की तरफ से उनके जन्मदिन के अवसर पर स्वागत और अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये।
तखतपुर के प्रमुख सामाजिक संगठनों सहित समाज प्रमुखों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की जिसमें प्रमुखता से सिख समाज,पूज्य सिंधी पंचायत प्रमुखों,देवांगन समाज,अग्रवाल समाज ,यादव समाज ,राजपूत समाज, आदिवासी समाज,ब्राह्मण समाज,गुप्ता समाज,सोनी समाज,पटेल समाज ,व्यापारी महासंघ,छत्तीसगढ़ क्रांति सेना,पतंजलि ,आर्ट आफ लिविंग परिवार आदि संगठनों ने शुभकामनाओं के साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुवे उनका अभिनंदन किया।
हर्षिता पाण्डेय के जन्मदिन के अवसर पर समर्थकों ने कल्याण कुंज वृद्धाश्रम में बुज़ुर्गों के साथ केक काटकर फल वितरण किया। इसी तरह, सत्य साई हेल्प वे दिव्यांग बच्चो के लिए विशेष संस्थान की संचालक ममता मिश्रा ने बताया की अपने छात्र जीवन से हर्षिता पांडेय लगभग पिछले 25 वर्षों से इस संस्थान में विशेष बच्चों के बीच ही अपना जन्मदिन मनाती है। इस बार भी उनके जन्मदिन पर केक काटा गया,उनका सामाजिक सरोकार एवं ऐसे बच्चों से जुड़ाव व लगाव कई लोगों की प्रेरणा है इस अवसर पर ज़िला मंत्री दीपमाला कुर्रे,राजा दूबे,लक्ष्मी साहू,अभिजीत कुमार,राजकमल साहू,भुवनेश्वरी महोबिया,अनुभव शुक्ला,रानू सीदार ,मंगला पाण्डेय,माधुरी साहू,तिलक सूर्यवंशी,अल्पेश द्विवेदी सहित बड़ी संख्या मे समर्थक उपस्थित रहे l