सरगुजा में शाला त्यागी बच्चों को मिली नई राह, कलेक्टर ने दिलाया स्कूल प्रवेश

शिक्षा की मुख्यधारा से दूर हो चुके बच्चों को दोबारा स्कूल से जोड़ने की पहल अब सरगुजा जिले में रंग ला रही है। कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा विकासखण्ड स्तरीय समिति गठित की गई है और विशेष अभियान चलाकर शाला त्यागी बच्चों की पहचान की जा रही है।
पहाड़ी कोरवा जनजाति के 6 बच्चों का हुआ प्रवेश...
इसी क्रम में विकासखण्ड लुण्ड्रा के छेरमुंडा संकुल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के 6 बच्चों को औपचारिक रूप से विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया। जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर ने बच्चों को पुस्तकें, ड्रेस और अन्य अध्ययन सामग्री प्रदान की। सामग्री पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने वादा किया कि अब वे स्कूल जाना नहीं छोड़ेंगे।

कलेक्टर ने दिया प्रोत्साहन...
कलेक्टर ने बच्चों और उनके अभिभावकों से शिक्षा के महत्व पर चर्चा की और उन्हें नियमित रूप से स्कूल भेजने की अपील की। उन्होंने बच्चों को मेहनत से पढ़ाई करने और उज्ज्वल भविष्य बनाने की शुभकामनाएँ दीं। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि अभियान की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और पालकों को प्रेरित किया जाए।
किन बच्चों को कहाँ मिला प्रवेश...
- प्राथमिक शाला गोती डुमर – कक्षा तीसरी में कुमारी बुटु और कक्षा दूसरी में दिनेश
- माध्यमिक शाला आसनडीह – कक्षा छठवीं में लबिता, मुनेश्वर और अनूकसाय, तथा कक्षा आठवीं में धनेश्वरी
शिक्षा की ओर नई शुरुआत...
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे। यह पहल न केवल बच्चों के लिए शिक्षा की नई शुरुआत है बल्कि समाज को शिक्षा से सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।