रामदास आठवले की मल्लिकार्जुन खरगे को सलाह, खरगे जी की ये बद्दुआएं हैं, इच्छाएं नहीं, अपने ही बयान पर घिरे खरगे…

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अपने एक बयान को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। आरपीआई के नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने उन्हें सलाह देते हुए उनके इस बयान पर घेरा है।
मल्लिकार्जुन खरगे का बयान...
बीते दिनों खरगे ने कहा था कि एनडीए की सरकार गलती से बनी है। पीएम मोदी के पास जनादेश नहीं है… ये सरकार कभी भी गिर सकती है… हम सब लोगों को देश को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए लेकिन हमारे प्रधानमंत्री की आदत यह है कि जो चीजें ठीक से चलती हैं वे उसे चलने नहीं देते हैं।
मंत्री रामदास आठवले की सलाह...
खरगे के इस बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा, मैं मल्लिकार्जुन खरगे से पूछना चाहता हूं कि जब मनमोहन सिंह की सरकार बनी थी तब यूपीए गठबंधन के साथ बनी थी या पूर्ण बहुमत के साथ बनी थी…? उस समय कांग्रेस पार्टी के पास भी बिल्कुल बहुमत नहीं था। इंडिया गठबंधन के लोग कहते रहते हैं कि सरकार नहीं चलेगी, जब यूपीए की सरकार बनी थी तो भाजपा की ओर से ऐसा कोई सवाल नहीं उठाया जाता था। मल्लिकार्जुन खरगे को मेरी सलाह है कि आप विपक्ष की भूमिका को निभाएं।
खरगे जी की ये बद्दुआएं हैं, इच्छाएं नहीं…
केसी त्यागी ने यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे यह दावा कर रहे हैं कि यह सरकार ज्यादा दिन तक टिकने वाली नहीं है, उन्होंने कहा कि खरगे जी की ये बद्दुआएं हैं, ये इच्छाएं नहीं हैं। केसी त्यागी ने विपक्ष के द्वारा कही जा रही इस बात का भी करारा जवाब दिया है, त्यागी ने कहा कि जदयू ने सरकार में रहने के लिए लोकसभा स्पीकर का पद मांगा है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर इस तरह का विचार होता है कि जो पार्टी सत्ता में होती है लोकसभा के स्पीकर का पद उसके पास होता है। इसके साथ यह भी मान्यता है कि जो बड़ा घटक दल होता है उसके पास ये पद आरक्षित रहता है। हमने या हमारे नेता नीतीश कुमार ने किसी भी स्टेज पर ना तो इस पद की मांग की है ना ही हमारे दिलो दिमाग में इस तरह की कोई बात है। ऐसे में भाजपा इस पद के लिए जिस उम्मीदवार का चयन करेगी हमारा समर्थन हमेशा से उसके साथ रहेगा।
विपक्ष द्वारा लगातार फैलाए जा रहे एनडीए गठबंधन को लेकर अफवाहों पर उन्होंने कहा कि हम ऐसी किसी भी अफवाह को सिरे से खारिज करते हैं और हम जदयू के सभी साथी इस गठबंधन में अच्छा महसूस कर रहे हैं और हमें इस गठबंधन में किसी तरह के टूट-फूट की कोई आंशका नहीं है।