राजस्थान हाई कोर्ट में डिस्ट्रिक्ट जज प्रमोशन एग्जाम का चौंकाने वाला रिजल्ट: कोई भी उम्मीदवार नहीं पाया गया योग्य…

राजस्थान हाई कोर्ट से आई एक चौंकाने वाली खबर ने न्यायिक सेवा से जुड़े लोगों को हैरान कर दिया है। दरअसल डिस्ट्रिक्ट जज के प्रमोशन के लिए आयोजित लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम का रिजल्ट जारी कर दिया गया है—लेकिन नतीजा ऐसा आया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। एक भी कैंडिडेट को योग्य नहीं पाया गया।
दरअसल, ये परीक्षा केवल उन्हीं वरिष्ठ सिविल जजों के लिए थी, जिन्होंने कम से कम 5 साल की सेवा पूरी कर ली है। यानी यह परीक्षा किसी नए उम्मीदवार के लिए नहीं थी, बल्कि पहले से न्यायिक व्यवस्था का हिस्सा रहे अनुभवी अफसरों के लिए थी। इसके बावजूद, हाई कोर्ट ने साफ कर दिया कि कोई भी उम्मीदवार उस स्तर तक नहीं पहुंच सका, जिसकी अपेक्षा थी।

इस लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम की अधिसूचना 9 जुलाई 2024 को जारी की गई थी। कुल 99 सीनियर सिविल जज ही इस परीक्षा के लिए पात्र थे, और यह 45 रिक्तियों को भरने के लिए आयोजित की गई थी। प्रारंभिक परीक्षा 24 नवंबर 2024 को हुई थी, जिसमें से 46 उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए चयनित हुए। रिटेन टेस्ट 8 और 9 मार्च 2025 को हुआ और इसका परिणाम 8 अप्रैल को सामने आया—जिसमें कोई भी उम्मीदवार पास नहीं हो सका।
अब बड़ा सवाल यही है कि क्या ये नतीजा उम्मीदवारों की तैयारी में कमी का संकेत है या सेलेक्शन प्रक्रिया इतनी कठिन कर दी गई है कि योग्य उम्मीदवार भी सफल नहीं हो पा रहे? जो भी कारण हो, एक बात तो तय है—डिस्ट्रिक्ट जज की कुर्सी तक पहुंचने के लिए अब सिर्फ अनुभव नहीं, बल्कि बेहद उच्च स्तर की क्षमता भी जरूरी है। राजस्थान हाई कोर्ट का यह कदम यह साफ दर्शाता है कि वो अपने न्यायाधीशों से उत्कृष्टता की उम्मीद करता है।