रायगढ़ में जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी: विद्यार्थियों ने दिखाया नवाचार का जज़्बा, सान्वी पटेल रहीं प्रथम

रायगढ़। पीएम श्री नटवर स्कूल, रायगढ़ में आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं विज्ञान सेमिनार में जिले के सातों विकासखंडों से आए प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने अपनी वैज्ञानिक सोच, रचनात्मकता और तार्किक प्रयोगों से सबका मन मोह लिया। इस वर्ष सेमिनार का विषय था — “प्लास्टिक प्रदूषण को कम करना”, जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण, पुनर्चक्रण तकनीक और प्लास्टिक के विकल्पों पर नवाचारपूर्ण मॉडल प्रस्तुत किए।
विज्ञान से सुधरेगा जीवन स्तर, बढ़ेगी जागरूकता...
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा —
विज्ञान हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। इसके प्रयोग से न केवल जीवन स्तर सुधरता है, बल्कि समाज की अनेक समस्याओं का समाधान भी संभव है।
उन्होंने विद्यार्थियों से नई सोच और प्रयोगधर्मी दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। साथ ही कहा कि विद्यार्थियों को प्रतिदिन विज्ञान से जुड़ी खबरें और कार्यक्रम देखने चाहिए ताकि उनकी वैज्ञानिक समझ और जागरूकता बढ़ सके।

नोडल अधिकारी ने बताया कि सभी विकासखंडों से आए विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। जिला स्तर पर चयनित विद्यार्थी अब जोन स्तरीय प्रतियोगिता में रायगढ़ जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
निर्णायक मंडल और उनके सुझाव...
विद्यार्थियों की प्रस्तुतियाँ अत्यंत प्रभावशाली रहीं। निर्णायक मंडल में दिनेश वर्मा (शा. उ. विद्यालय, गोरखा), अनुपम तिवारी (शा. उ. मा. विद्यालय, गेरवानी) और किरण कुमार पटेल (शा. उ. मा. विद्यालय, तारापुर) शामिल थे। उन्होंने विद्यार्थियों को राज्य स्तर पर प्रदर्शन और प्रस्तुति को और बेहतर बनाने के लिए उपयोगी सुझाव दिए।
सान्वी पटेल ने किया रायगढ़ का नाम रोशन...
प्रतियोगिता के परिणाम में धरमजयगढ़ विकासखंड की सान्वी पटेल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पुसौर की आकांक्षा चौधरी द्वितीय और घरघोड़ा की निधि प्रधान तृतीय स्थान पर रहीं। ये तीनों चयनित विद्यार्थी अब जोन स्तरीय विज्ञान सेमिनार में रायगढ़ जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी।

विज्ञान से पर्यावरण संरक्षण की ओर कदम...
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना को विकसित करना था। विद्यार्थियों ने दिखाया कि विज्ञान केवल प्रयोगशाला तक सीमित नहीं, बल्कि दैनिक जीवन सुधार और सतत विकास का आधार है।



