बच्चों के हाथों पर खौलता तेल डाल दी सजा, प्रिंसिपल सहित दो शिक्षक सस्पेंड…
कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक माध्यमिक स्कूल में शौचालय गंदा रहने पर बच्चों के हाथों पर खौलता तेल डालने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रशासन ने स्कूल प्रिंसिपल के साथ तीन टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल, यह घटना छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के माकड़ी विकासखंड के केरावाही माध्यमिक स्कूल की है। शौचालय गंदा रहने पर माध्यमिक स्कूल की कुछ छात्राओं ने गुरुवार को 20 बच्चों के हाथों पर खौलता तेल डाल दिया। इस घटना में पांच छात्राओं डिंपल दास, जामिला, मंजू, दीपिका व भूमिका के हाथों में छाले व फफोले पड़ गए। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए। जांच में पाया गया कि घटना के वक्त स्कूल में प्रधान पाठक जोहरी मरकाम, शिक्षक एलबी पूनम ठाकुर व शिक्षक मिताली वर्मा सहित सफाईकर्मी व रसोइया उपस्थित थे।
इस मामले में शिक्षकों की लापरवाही पर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रिंसिपल और दो टीचरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन के साथ ही प्रिंसिपल और दो टीचरों का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय माकड़ी निर्धारित किया गया है तथा उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता दी गई है। इसके अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ने अंशकालीन सफाई कर्मचारी डमरूराम यादव को भी कार्य से पृथक करने के निर्देश दिए गए हैं।
जाने पूरा मामला...
बताया जा रहा है कि पहले जानकारी आई थी कि स्कूल की किसी शिक्षिका के कहने पर बच्चों ने एक-दूसरे को दंड दिया है। इस घटना की भनक जैसे ही बच्चों के स्वजन को लगी, शिक्षा विभाग के कार्यालय तक शिकायत पहुंची और इससे हड़कंप मच गया।
जांच दल में शामिल माकड़ी बीईओ राजू साहू ने बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आ रही है कि स्कूल के बालिका शौचालय के सामने प्रतिदिन कोई शौच कर जाता था। इस घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बच्चों ने यह तय किया कि दंड स्वरूप सभी के हाथ में गर्म तेल डाला जाए। स्कूल में 62 बच्चे पढ़ते हैं, जिसमें से 20 बच्चों के हाथ में मध्याह्न भोजन के वक्त गर्म तेल डाला गया। इसमें एक बालिका का हाथ गंभीर रूप से जल गया है। चार अन्य बालिकाओं के हाथ भी झुलसे हैं।