पीएम सूर्य घर योजना से ऊर्जा आत्मनिर्भरता: क्षितिज शेट्ठी ने अपने घर में लगाया 5 किलोवाट सोलर प्लांट

अम्बिकापुर। सूर्य का प्रकाश न केवल जीवन में ऊर्जा और स्वास्थ्य का संचार करता है, बल्कि अब घर-घर मुफ्त बिजली भी प्रदान कर रहा है। यह संभव हुआ प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से, जिसका जीवंत उदाहरण हैं अम्बिकापुर निवासी क्षितिज शेट्ठी। क्षितिज ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप प्लांट लगवाया है। इस पहल से वे अब केवल बिजली के उपभोक्ता नहीं, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भर नागरिक बन गए हैं।
बिजली बिल हुआ शून्य, पर्यावरण को भी लाभ...
क्षितिज शेट्ठी ने बताया कि सोलर प्लांट लगाने के बाद अब उन्हें बिजली बिल जमा करने की आवश्यकता नहीं है। उनकी सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता घरेलू खपत से अधिक है, जिससे अतिरिक्त बिजली ग्रिड में जमा हो रही है।
“पहले हर महीने 2,000 से 2,500 रुपये का बिजली बिल आता था। अब मैं अपनी बिजली खुद बनाता हूं और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान कर रहा हूं। इस योजना से आर्थिक लाभ के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों की बचत और प्रदूषण कम हो रहा है।”
उन्होंने बताया कि उन्होंने फरवरी 2025 में सोलर रूफटॉप प्लांट लगाया था, जिसके लिए केंद्र सरकार से 78 हजार रुपये की सब्सिडी मिली। अब राज्य सरकार भी अलग-अलग क्षमता के सोलर प्लांट के लिए अतिरिक्त सब्सिडी दे रही है, जिससे योजना आम नागरिकों के लिए और अधिक लाभकारी बन गई है।
क्षितिज ने कहा कि प्लांट की लागत तीन से चार साल में पूरी वसूल हो जाती है, जबकि कंपनी 20 वर्ष तक वारंटी प्रदान करती है। इसके बाद आने वाले वर्षों में वे बिना किसी अतिरिक्त खर्च के मुफ्त बिजली का लाभ उठाएंगे।
ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरक कदम...
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का उद्देश्य हर घर को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना है।
क्षितिज शेट्ठी का यह कदम यह साबित करता है कि जब आम नागरिक सौर ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो पूरे समाज में ऊर्जा क्रांति और पर्यावरण संरक्षण की राह आसान होती है।
“सरकार जब सब्सिडी दे रही है, तो हर नागरिक को इसका लाभ उठाना चाहिए। इससे न केवल बिजली खर्च बचेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में हम सभी सहभागी बनेंगे।”