मेक इन इंडिया की बड़ी जीत, ISRO के लिए बनी ‘विक्रम चिप’

Made in India Chipset: भारत ने तकनीकी इतिहास में नया अध्याय लिख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को “सेमीकॉन इंडिया 2025” समारोह में देश की पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप राष्ट्र को समर्पित की। इस चिप का नाम ‘विक्रम’ रखा गया है, जो न सिर्फ मेक इन इंडिया मिशन की बड़ी सफलता है, बल्कि भारत को सेमीकंडक्टर तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है।
इसरो के मिशन में होगा इस्तेमाल...
कार्यक्रम के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीएम मोदी को 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर ‘विक्रम’ भेंट किया। इसे इसरो की सेमीकंडक्टर लैब (SCL), मोहाली में डिजाइन और तैयार किया गया है।
- यह माइक्रोप्रोसेसर कठिन परिस्थितियों में भी काम करने में सक्षम है।
- पूरी तरह से भारत में निर्मित और पैकेज किया गया है।
- स्पेस मिशनों और मज़बूत कम्प्यूटेशनल कार्यों में इसका उपयोग किया जाएगा।
पीएम मोदी ने बताया ‘डिजिटल डायमंड’
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ‘विक्रम’ चिप को ‘डिजिटल डायमंड’ बताते हुए कहा –
“यह छोटी सी चिप भारत का भविष्य बदल देगी। हमारा लक्ष्य सिर्फ एक फैब या चिप बनाना नहीं है, बल्कि ऐसा पूरा इकोसिस्टम खड़ा करना है जो भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाए।”
बड़े निवेश का भरोसा...
पीएम मोदी ने बताया कि 2024 में कई नए सेमीकंडक्टर प्लांट्स को मंजूरी दी गई थी और 2025 में पांच और प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी मिल चुकी है।
- कुल मिलाकर अब तक भारत में 10 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है।
- इसमें 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हो रहा है।
- यह भारत पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स के बढ़ते भरोसे का सबूत है।