नक्सल प्रभावित गांव में विकास की नई सुबह: गाड़ोराम नेताम को मिला प्रधानमंत्री आवास, अब सपनों का घर हुआ साकार

कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव वर्ष में जहां पूरा प्रदेश 25 वर्षों की विकास यात्रा का उत्सव मना रहा है, वहीं नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अब विकास और विश्वास की किरणें पहुंच रही हैं। इसी बदलाव की एक मिसाल हैं — ग्राम केजंग (जिला कोंडागांव) के निवासी गाड़ोराम नेताम, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत अपना पक्का घर मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
गाड़ोराम नेताम एक आत्मसमर्पित नक्सल पीड़ित परिवार से आते हैं। शासन की पुनर्वास नीति के अंतर्गत उन्हें वर्ष 2024-25 में 1 लाख 20 हजार रुपए की अनुदान राशि स्वीकृत की गई थी। इस राशि से उन्होंने अब अपने सपनों का घर पूरा कर लिया है। कभी असुरक्षा और भय के साये में जीवन बिताने वाला यह परिवार अब शांति और स्थायित्व के साथ नई जिंदगी जी रहा है।
“अब हमारे जीवन में भी उजाला लौट आया है”
गाड़ोराम नेताम भावुक होकर कहते हैं —
“पहले हमारे दिन बहुत कठिन थे, लेकिन अब जब अपना घर बन गया है, तो लगता है जीवन में उजाला लौट आया है। शासन की योजना ने हमें आत्मविश्वास दिया है। मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी सरकार का आभारी हूं, जिन्होंने हमें नई उम्मीद दी।”
अब गाड़ोराम अपनी पत्नी कलेबाई और बेटी मुन्नी के साथ अपने नए घर में सुखद जीवन बिता रहे हैं।
विकास और शांति की राह पर आगे बढ़ता छत्तीसगढ़...
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के विजन के अनुरूप राज्य सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास, पुनर्वास और विश्वास को मजबूत करने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं को हर नागरिक तक पहुंचाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की नीति ने इन प्रयासों को और गति दी है। इन योजनाओं के परिणामस्वरूप अब ग्रामीणों में शांति, आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की भावना मजबूत हो रही है।
जन-जन तक पहुँच रही योजनाओं की रोशनी...
छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव वर्ष में गाड़ोराम नेताम जैसे परिवारों को आवास का लाभ मिलना इस बात का प्रमाण है कि सरकार की योजनाएं अब जन-जन तक प्रभावी रूप से पहुँच रही हैं। यह न केवल एक घर की कहानी है, बल्कि एक पूरे क्षेत्र में विश्वास, विकास और नई उम्मीद की कहानी है।