अमेरिका से पाकिस्तान की परमाणु धमकी! भारत ने दिया करारा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बौखलाया…

नई दिल्ली/वॉशिंगटन। पाकिस्तान के आर्मी चीफ़ जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिका दौरे के दौरान भारत को परमाणु हमले की धमकी देकर एक बार फिर तनाव बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने तुरंत और कड़े शब्दों में जवाब देते हुए साफ़ कर दिया कि “परमाणु ब्लैकमेलिंग” के आगे झुकने का सवाल ही नहीं है। खास बात यह है कि यह बयान अमेरिकी धरती से पहली बार आया है, जिससे इसकी संवेदनशीलता और बढ़ गई है। भारत ने न केवल पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, बल्कि अमेरिका को भी स्पष्ट संदेश दिया कि इस तरह के बयानों पर उसकी भूमिका सवालों के घेरे में है।
पाकिस्तान का उकसाने वाला बयान...
फ्लोरिडा के टैम्पा में एक कार्यक्रम में जनरल मुनीर ने कहा — “हम एक परमाणु राष्ट्र हैं। अगर हमें खतरा महसूस हुआ, तो हम आधी दुनिया तबाह कर देंगे।” उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की “जगुलर वेन” (जीवनरेखा) बताते हुए इसे भारत का आंतरिक मामला मानने से इनकार किया। इतना ही नहीं, मुनीर ने सिंधु नदी पर बांध निर्माण की स्थिति में भारत पर 10 मिसाइल दागने की धमकी तक दे डाली।
भारत की दो टूक प्रतिक्रिया...
विदेश मंत्रालय ने इस बयान को “पुरानी आदत” बताते हुए निंदा की और कहा कि यह फिर साबित करता है कि पाकिस्तान जैसे देश में, जहां सेना और आतंकी संगठन साथ चलते हैं, वहां परमाणु हथियार कितने असुरक्षित हो सकते हैं। मंत्रालय ने नाराज़गी जताई कि यह धमकी किसी “मित्रवत” देश की धरती से दी गई, जो सीधे-सीधे अमेरिका की मंशा पर सवाल खड़ा करता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का असर...
पाकिस्तान की बौखलाहट की बड़ी वजह हाल ही में भारतीय सेना का “ऑपरेशन सिंदूर” है, जिसमें पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। भारतीय थलसेना और वायुसेना प्रमुखों ने सार्वजनिक रूप से सबूत पेश किए कि कैसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली और स्वदेशी तकनीक की मदद से 6 पाकिस्तानी सैन्य विमान (5 लड़ाकू और 1 एयरबोर्न सर्वेलिएंस प्लेटफॉर्म) मार गिराए गए। यह पाकिस्तान के लिए सैन्य और मानसिक, दोनों मोर्चों पर करारी चोट थी।
राजनीतिक बयानबाज़ी और विवाद...
इस सैन्य सफलता के बावजूद देश की राजनीति में इसे लेकर विवाद थम नहीं रहा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कार्रवाई की पारदर्शिता पर सवाल उठाए, जबकि पार्टी के ही वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने बीबीसी की एक रिपोर्ट का हवाला देकर सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी ने इसका तीखा विरोध करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सेना के सबूतों पर भरोसा करने के बजाय विदेशी मीडिया के नैरेटिव को बढ़ावा दे रही है।
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दबाव में भारत...
वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में जहां शक्तिशाली देशों का रुख साफ़ नहीं है, वहीं भारत को बाहरी चुनौतियों के साथ-साथ आंतरिक राजनीतिक खींचतान का भी सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान की धमकी और अमेरिका की भूमिका पर उठते सवाल, दोनों ही भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति के लिए अहम परीक्षा साबित हो रहे हैं।