पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि पर भारत के कदम को किया खारिज, भारत के खिलाफ कड़ा जवाब देने की दी धमकी, पाक पीएम ने बुलाई NSC की बैठक…

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने आज आपातकालीन नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की बैठक बुलाई, जिसमें भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रोकने के कथित कदम पर चर्चा हुई।
बैठक में पाकिस्तान ने भारत के फैसले को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सिंधु जल संधि एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है, जिसे भारत अकेले नहीं निलंबित कर सकता। पाकिस्तान ने इसे अपनी जनता की “जीवनरेखा” बताते हुए किसी भी प्रकार के समझौते से इनकार किया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि अगर भारत ने पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोका या मोड़ा, तो इसे युद्ध की कार्यवाही माना जाएगा और पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।
NSC की बैठक में लिए गए फैसले...
- वाघा बॉर्डर को तुरंत बंद किया गया और भारत से आने-जाने वाली आवाजाही पर रोक लगा दी गई। वैध वीज़ा पर पाकिस्तान में मौजूद भारतीयों को 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
- SAARC वीज़ा योजना के तहत सभी भारतीय वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं। केवल सिख तीर्थयात्रियों को छूट दी गई है। बाकी सभी भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दिया गया है।
- भारतीय सशस्त्र बलों के सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है, और उन्हें 30 अप्रैल 2025 तक पाकिस्तान छोड़ने को कहा गया है।
- इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के स्टाफ की संख्या घटाकर 30 कर दी गई है।
- भारतीय एयरलाइनों के लिए पाकिस्तान का एयरस्पेस तुरंत बंद कर दिया गया है।
- भारत के साथ हर प्रकार का व्यापार—चाहे किसी तीसरे देश के माध्यम से ही क्यों न हो—तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
इस घटनाक्रम के बाद भारत-पाक संबंधों में नया तनाव पैदा हो गया है, जिसकी क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भी गूंज सुनाई दे सकती है।