पद्मश्री हास्यकवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का निधन, साहित्य जगत में शोक की लहर…

रायपुर। रायपुर से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है… देश के प्रसिद्ध हास्यकवि, व्यंग्यकार और पद्मश्री सम्मानित डॉ. सुरेंद्र दुबे का निधन हो गया है… जानकारी के मुताबिक, वे बीते कुछ दिनों से रायपुर के एसीआई अस्पताल में भर्ती थे… जहां आज दोपहर करीब 3 बजे उनका निधन हो गया।
8 जनवरी 1953 को दुर्ग जिले के बेमेतरा में जन्मे डॉ. दुबे पेशे से आयुर्वेदिक चिकित्सक थे… लेकिन उनकी असली पहचान थी उनकी चुटीली कविताएं और व्यंग्यात्मक अंदाज़… पूरे देश में डॉ. दुबे अपनी हास्य रचनाओं के लिए जाने जाते थे।
डॉ. दुबे ने अब तक पांच किताबें लिखीं… देशभर के तमाम कवि सम्मेलनों में अपनी उपस्थिति से उन्होंने लाखों लोगों को गुदगुदाया… इसके अलावा टीवी के लोकप्रिय मंचों पर भी उन्होंने हास्य और व्यंग्य की शानदार प्रस्तुति दी।
उनकी लोकप्रियता और योगदान को देखते हुए वर्ष 2010 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था… इससे पहले साल 2008 में उन्हें काका हाथरसी हास्य रत्न पुरस्कार भी मिला था।
डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन से साहित्य, मंचीय कला और विशेषकर व्यंग्य विधा को बड़ा नुकसान हुआ है… उनके जाने से साहित्य जगत में शोक की लहर है… प्रशंसक, साहित्य प्रेमी और कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे अब हमारे बीच नहीं हैं… लेकिन उनकी कविताएं, उनका हास्य और व्यंग्य हमेशा लोगों को मुस्कराने की वजह देता रहेगा… साहित्य जगत उन्हें हमेशा याद रखेगा।