तिल्दा देशी शराब दूकान में धडल्ले से हो रहा ओवर रेटिंग, सूचना देने के बाद भी आबकारी विभाग ने साधा चुप्पी…

देशी शराब के हर बोतल में तय कीमत से की जा रही है ज्यादा वसूली...
शराब दूकान के सुपरवाईजर कम सेल्समेन मधु रात्रे को है आबकारी अधिकारी का संरक्षण...
रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे तिल्दा देशी शराब दूकान में आबकारी विभाग के अधिकारियो की सरपरस्ती में शराब की ओवर रेटिंग नववर्ष के पूर्व संध्या पर ही शुरू हो गई है जो अवनरत जारी है, आबकारी विभाग के नियम से तय की गई शराब की कीमत से अधिक की कीमत पर शराब बिक्री किया जा रहा है। शराब की ज्यादा रेट में बिक्री किए जाने को लेकर मदिराप्रेमियो में आक्रोश व्याप्त है लेकिन प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते वे भी ज्यादा कीमत पर शराब खरीदने मजबूर है।
तिल्दा के देशी शराब दूकान में सुबह से लेकर रात तक लाखो की शराब की बिक्री की जा रही है लेकिन इस शराब की बिक्री से दूकान के सुपरवाईजर कम सेल्समेन मधु रात्रे व आबकारी अधिकारी के जेबे गर्म हो रही है क्योकि इस शराब दूकान का सुपरवाईजर कम सेल्समेन मधु रात्रे हर बोतल शराब में तय कीमत से ज्यादा की रकम ले रहा है।
सूत्रों की माने तो शराब दूकान में देशी प्लेन, मसाला सहित गोवा शराब में प्रति बोतल 10 से 20 रूपए अधिक लिए जा रहे है, शराब दूकान से शराब लेकर निकले एक मदिराप्रेमी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह से लेकर देर रात तक शराब दूकान से अधिक कीमत पर शराब बेचीं जा रही है अधिक दाम लेने की बात करने पर शराब दूकान के सेल्समेन व सुपरवाईजर द्वारा बदसलूकी की जाती है वही आबकारी विभाग के अधिकारियो का संरक्षण होने का दंभ भरकर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं होने का हवाला भी दिया जाता है।
ज्ञात हो कि तिल्दा के शराब दुकानों में हो रही ओवर रेटिंग पर पहले भी नेशन अपडेट द्वारा खबर लगा कर विभाग को सूचित किया गया था और वहीं सी.एस. एम.सी.एल. प्रबंधक इक़बाल खान से भी इस विषय पर फोन के माध्यम से चर्चा किया गया था इसके साथ ही ओवर रेटिंग की खबर को लेकर नेशन अपडेट की टीम ने आबकारी उपायुक्त अरविंद पाटले से भी इस विषय पर चर्चा की थी दोनो अधिकारियों ने कार्यवाई का आश्वासन भी दिया था लेकिन दिन बीतते गए और कार्यवाई ने कागज़ों में ही अपना दम तोड़ दिया।
खबर लगने के बाद हमारी टीम ने विभागीय अधिकारियों से मिलने की कोशिश भी की और फोन कर जानकारी भी लेना चाहा लेकिन न ही अधिकारियों से मुलाकात हो पाई और न ही अधिकारियों ने हमारा फोन उठाया।
एक कहावत है “जब सैया भये कोतवाल फिर डर काहे का” इस कहावत की तर्ज पर देशी शराब दूकान तिल्दा में मनमानी की जा रही है सभवत: आबकारी अधिकारी की शह पर ओवर रेटिंग का खेल खेला जा रहा है।”
अब देखना यह होगा कि हमारी इस खबर के बाद क्या आबकारी विभाग अपनी नींद से जगत है…? और तिल्दा के शराब दुकानों में कार्यवाई करता है…?