अब जगमाएगा प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज, 71 लाख की लागत से लगेगा सोलर पावर प्लांट…
बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग पर बने प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े Y शेप के रेल्वे ओवर ब्रिज की सभी स्ट्रीट लाइटें और ओवर ब्रिज के समीप नवनिर्मित स्मृति वाटिका की सभी स्ट्रीट लाइटें शीघ्र ही सौर उर्जा से जगमगाएगी. डीएमएफ मद से 71 लाख रुपए की लागत से सोलर पावर प्लांट लगेगा.
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने खबर को संज्ञान लेते हुए जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से 71 लाख रुपए की लागत से सोलर पावर प्लांट की स्वीकृति दी है. सोलर पावर प्लांट छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय उर्जा विकास अधिकरण (क्रेडा) द्वारा किया जाएगा. यह पॉवर प्लांट जनवरी 2023 तक स्थापित कर दिया जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि, बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग में सवारी ट्रेनों और मालगाड़ियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए रेलवे और राज्य शासन ने सयुंक्त रूप से पेन्ड्रारोड रेलवे स्टेशन के पास हाई टेक ओवरब्रिज का निर्माण दो वर्ष पहले कराया था. जिसका विधिवत उद्धघाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था. 76 करोड़ की लगात से निर्मित पेन्ड्रारोड रेल्वे ओवर ब्रिज का आकार Y शेप में है. साथ ही ये प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज है इस व्यस्तम मार्ग का उपयोग सबसे ज्यादा पर्यटक यात्री अमरकंटक, बिलासपुर, रायपुर, जबलपुर, कोरबा, शहडोल आने जाने के लिए करते हैं.
सोलर पॉवर प्लांट स्थापित होने से नगर पंचायत गौरेला एवं ग्राम पंचायत सारबहरा पर पड़ने वाला अतिरिक्त विद्युत शुल्क भार भी शून्य हो जाएगा. लोक निर्माण विभाग के विद्युत-यांत्रिकी शाखा द्वारा रेल्वे ओवर ब्रिज में 250 वॉट क्षमता की 100 स्ट्रीट लाइटों की जगह 90 वॉट की सोलर अधारित स्ट्रीट लाइटें स्थापित की जाएगी. सोलर लाइटों की रोशनी से यातायात सुरक्षा में भी सहयोग मिलेगा.