भाठागांव चौक से बस टर्मिनल तक जल्द ही नो एंट्री जोन, यातायात के बढ़ते दबाव पर प्रशासन करने जा रहा पहल

रायपुर। भाठागांव अंतराज्यीय बस टर्मिनल में आए दिन ओवरलोड वाहनों व सैकड़ों यात्री बसों के साथ ट्रकों के आवागमन के कारण भाठागांव चौक पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। इसके कारण रोज जाम की समस्या से रहवासियों के साथ ही शहर के लोग जूझ रहे हैं।
इससे हर वक्त दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इन समस्याओं को ध्यान में रखकर प्रशासन ने भाठागांव चौक से बस टर्मिनल तक नो एंट्री जोन घोषित करने की योजना बनाई है। जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी किया जा सकता है।
बता दें कि पिछले दिनों ही स्थानीय पार्षद और निगम के एमआइसी सदस्य सतनाम सिंह पनाग के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों ने जनदर्शन में कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे को ज्ञापन सौंपकर इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया था। इस पर प्रशासन ने इसका प्रारूप तैयार करने के लिए यातायात पुलिस को निर्देश दिया है।
भाठागांव में बस टर्मिनल शुरू होने के बाद से रिंग रोड एक पर लगातार यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। संतोषीनगर से टाटीबंध चौराहे के बीच सड़क के दोनों ओर वाहनों की संख्या बढ़ गई है। एक तो अलग-अलग शहरों से आने वाली बसें टर्मिनल तक पहुंचने के लिए इसी सड़क से आ-जा रही हैं, वहीं यात्रियों को भी बस पकड़ने के लिए इसी सड़क का उपयोग करना पड़ रहा है। इससे रिंग रोड पर हादसे का खतरा भी बढ़ गया है।
सर्वे में कई पैच खतरनाक
पुलिस ने यातायात को व्यवस्थित करने के लिए रिंग रोड एक का दो साल पहले सर्वे किया था। इस सर्वे में रिंग रोड की सड़क के कई पैच को खतरनाक माना गया था। हादसे का खतरा कम करने संतोषीनगर से सुंदरनगर चौक के बीच सड़क को चौड़ा करने के साथ ही सर्विस रोड की चौड़ाई भी बढ़ाई गई।
अब रिंग रोड में बदलाव को अलग-अलग फेज में करने की योजना है। ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए पूरे हिस्से में बदलाव होने पर ही हालात सुधरने की उम्मीद है। चूंकि रिंग रोड होने की वजह से वाहन चालक पूरी रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं। इस वजह से हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है।
नो इंट्री के कारण बढ़ा दवाब
यातायात के अधिकारियों के अनुसार भाठागांव बस टर्मिनल शुरू होने से पहले महादेव घाट से रायपुरा चौक तक नो इंट्री जोन घोषित होने के बाद से वाहनों की आवाजाही रिंग रोड पर बढ़ गई है। रिंग रोड पर लगातार हजारों की संख्या में भारी मालवाहकों के साथ यात्री बस, ट्रेलर, डंपर, ट्रैक्टर आदि वाहनों की आवाजाही होने के कारण स्थिति बिगड़ रही है।
नो इंट्री जोन घोषित कराने रहवासी लामबंद
भाठागांव क्षेत्र अति संवेदनशील होने के साथ करीब 40 हजार की जनसंख्या वाला घनी आबादी वाले क्षेत्र के रूप में विकसित हो चुका है। भाठागांव चौक के आसपास रोड से लगा शासकीय स्कूल, सरकारी अस्पताल और सब्जी बाजार है। शास्त्री मार्केट के बाद दूसरा सबसे बड़ा सब्जी बाजार भाठागांव का है।
ओवरलोड मालवाहक, बस और ट्रकों की लगातार आवाजाही होने के कारण स्कूली बच्चों के साथ-साथ आम जनता और रहवासियों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना पड़ता है। अस्पताल की एंबुलेंस अक्सर ट्रैफिक जाम में फंस जाती है। इन्हीं सब समस्याओं से निजात पाने रहवासी भाठागांव चौक को नो इंट्री जोन घोषित करने की मांग करने लामबंद हैं।
 
				 
					


