छत्तीसगढ़ में गूंजा वैष्णव परंपरा का गौरव, मुख्यमंत्री ने कहा – समाज का योगदान अविस्मरणीय…

रायपुर| मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर में आयोजित अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण सेवा संघ (चतुः संप्रदाय), मुंबई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़, जो प्रभु श्रीराम की माता कौशल्या की पावन जन्मभूमि है, वहां वैष्णव ब्राह्मण समाज का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित होना गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैष्णव ब्राह्मण समाज का इतिहास अत्यंत समृद्ध और प्रेरणादायक रहा है। इस समाज ने दानशीलता, धर्म और प्रशासन में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने राजनांदगांव की वैष्णव ब्राह्मण रियासत को उदारता और सेवा भावना का एक अनुपम उदाहरण बताया।
CM साय ने जानकारी दी कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटियों को धरातल पर उतारते हुए कई योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की हैं। रामलला दर्शन योजना के तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को पुनः शुरू किया गया है, जिससे 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक एवं दिव्यांग, विधवा और परित्यक्ता नागरिक आस्था स्थलों की यात्रा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प की दिशा में विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। उन्होंने समाज को संगठित रहकर प्रगति की राह पर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने समाज की दूरदर्शिता और सेवाभाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजनांदगांव के वैष्णव ब्राह्मण राजपरिवार ने शिक्षा, उद्योग और अधोसंरचना के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए हैं। महंत दिग्विजय दास जी और महंत घासीदास जी के योगदान को उन्होंने याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना महल कॉलेज के लिए दान किया, रेलवे के लिए भूमि दी और उद्योग स्थापना के माध्यम से हजारों लोगों को रोजगार दिलाया।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि वैष्णव ब्राह्मण समाज सनातन संस्कृति का प्रबल संवाहक है और यह बैठक समाज को और अधिक संगठित एवं सशक्त बनाएगी।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, संघ के पूर्व अध्यक्ष पी. एल. बैरागी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल जे. के. वैष्णव, प्रदेश अध्यक्ष राकेश दास वैष्णव, विजय कुमार दास, डॉ. सौरभ निर्वाणी, श्रीमती अंजना देवी वैष्णव, रजनीश वैष्णव समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम में समाज के उन प्रतिभावान सदस्यों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।