राजभवन रायपुर में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर सामूहिक गायन, राज्यपाल रमेन डेका की गरिमामयी उपस्थिति

रायपुर। राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर आज राजभवन रायपुर देशभक्ति और गौरव के भाव से सराबोर रहा। राज्यपाल रमेन डेका की गरिमामयी उपस्थिति में राजभवन परिसर में भावपूर्ण सामूहिक गायन का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक स्वर में “वंदे मातरम्” का गायन कर मातृभूमि को नमन किया।
नई दिल्ली से प्रधानमंत्री मोदी का लाइव संबोधन, राजभवन में दिखी उत्साहपूर्ण भागीदारी...
इस अवसर पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नई दिल्ली से किया गया, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूरे होने के वर्षभर चलने वाले राष्ट्रीय उत्सव का औपचारिक शुभारंभ किया। राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी प्रधानमंत्री के उद्बोधन को बड़े उत्साह से सुनते रहे और कार्यक्रम के दौरान एकजुट होकर ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन किया। पूरा माहौल राष्ट्रभक्ति की भावना से गूंज उठा।
राज्यपाल की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ मंडपम में गूंजा “वंदे मातरम्”
राजभवन स्थित छत्तीसगढ़ मंडपम में आयोजित इस समारोह में उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने राष्ट्रभावना, समर्पण और एकता के प्रतीक इस गीत को पूरे हृदय से गाया। “वंदे मातरम्” के सुरों के साथ वातावरण में देशप्रेम और कृतज्ञता का भाव झलक उठा।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। राजभवन प्रशासन द्वारा पूरे कार्यक्रम का संचालन सुसंगठित एवं गरिमामय ढंग से किया गया।
‘वंदे मातरम्’: भारत की आत्मा और एकता का प्रतीक...
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, एकता और राष्ट्रगौरव का शाश्वत प्रतीक है। 19वीं सदी में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत आज भी हर भारतीय के भीतर मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और समर्पण की भावना जगाता है।



