साइंस कॉलेज चौपाटी का अस्तित्व समाप्त : निगम की बड़ी कार्रवाई, सभी दुकानें अमानाका ब्रिज के नीचे शिफ्ट

रायपुर। नगर निगम रायपुर ने शनिवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए जीई रोड स्थित साइंस कॉलेज चौपाटी की सभी 60 दुकानों को हटाकर अमानाका ब्रिज के नीचे शिफ्ट कर दिया। इस कार्रवाई का कांग्रेस नेताओं ने जोरदार विरोध किया और मौके पर हंगामा किया।
रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत ने मीडिया को बताया कि, यह चौपाटी शुरू से अवैध थी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इसे यूथ हब के नाम पर बनाया गया था, जबकि जमीन खेल विभाग की है। भाजपा ने कांग्रेस शासनकाल में भी इसका लगातार विरोध किया था और 12 दिन तक धरना-प्रदर्शन किया था।
उन्होंने कहा कि चौपाटी संचालन के लिए 29 लाख रुपये में एजेंसी को ठेका दिया गया था और प्रत्येक दुकान से महीने में 25 हजार रुपये किराया लिया जा रहा था। एग्रीमेंट के अनुसार दुकानें नहीं खोली गईं, इसलिए आज शिफ्टिंग की कार्रवाई की गई। कांग्रेस का विरोध केवल राजनीतिक है।
महापौर मीनल चौबे ने बताया कि चौपाटी वाली जगह पर अब शीघ्र ही नालंदा परिसर का निर्माण शुरू होगा। नई जगह पर सभी किरायेदारों को पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
कार्रवाई के दौरान सभापति सूर्यकांत राठौड़, कई निगम पार्षद और भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश ठाकुर भी मौजूद रहे। साइंस कॉलेज चौपाटी अब पूरी तरह समाप्त हो गई है।
रायपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
भारत सरकार की स्मार्ट सिटी मिशन के तहत छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को 2016 में चयनित किया गया था। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (आरएससीएल) द्वारा संचालित यह प्रोजेक्ट शहर को आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के साथ विकसित करने पर केंद्रित है। दृष्टिकोण “क्लीन, कनेक्टेड, कोहेसिव एंड क्रेडिबल रायपुर” (4सी) पर आधारित है, जो नागरिकों की भागीदारी को प्राथमिकता देता है।



