महतारी वंदन योजना से बदल रही महिलाओं की ज़िंदगी: मुंगेली की ज्योति दुबे बनीं आत्मनिर्भरता की मिसाल

मुंगेली। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही महतारी वंदन योजना अब प्रदेश की हज़ारों महिलाओं के जीवन में बदलाव की कहानी लिख रही है। इस योजना ने न केवल आर्थिक मजबूती दी है, बल्कि महिलाओं को अपने सपनों को साकार करने का हौसला भी दिया है।
इसी कड़ी में मुंगेली जिले के ग्राम धनगांव (च.) की निवासी श्रीमती ज्योति दुबे आज महिला सशक्तिकरण की प्रेरक मिसाल बन चुकी हैं। आठ सदस्यीय परिवार की जिम्मेदारी उठाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने दृढ़ संकल्प से आत्मनिर्भरता की राह बनाई।
संकल्प से सफलता तक का सफर...
ज्योति दुबे को पिछले दो वर्षों से महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। योजना के तहत मिलने वाली मासिक आर्थिक सहायता को उन्होंने सावधानीपूर्वक बचाया और उससे एक सिलाई मशीन खरीदी। शुरुआत में उनके पास खुद की मशीन नहीं थी — वे दूसरों की मशीन से सिलाई का काम करती थीं और सीमित ऑर्डर ही मिल पाते थे। लेकिन निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर उन्होंने अपनी स्थिति बदली।
आज ज्योति दुबे हर महीने 5 से 6 हजार रुपये की आय अर्जित कर रही हैं। वे न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं, बल्कि गांव की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
सशक्त महिला की प्रेरक कहानी...
ज्योति कहती हैं —
“महतारी वंदन योजना ने हमारे जैसे परिवारों के जीवन में नई रोशनी लाई है। इस सहायता से हमें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन मुंगेली की आभारी हूं।”
उनकी यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि जब अवसर और संकल्प साथ हों, तो महिलाएँ हर बाधा को पार कर सफलता की नई मिसाल गढ़ सकती हैं।



