
रायपुर। राजधानी रायपुर के टिकरापारा इलाके में स्थित शराब दुकान में एक बार फिर चोरी की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, बीती रात अज्ञात चोरों ने दुकान की पहली मंजिल का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसपैठ की और गल्ले में रखे करीब 3 हजार रुपए नकद और शराब की कई बोतलें उड़ा ले गए। चोरी गए माल की कुल कीमत लगभग 30 हजार रुपए बताई जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों ने तुरंत विभागीय अधिकारियों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हालांकि, सवाल उठ रहा है कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने के बावजूद चोर दुकान तक पहुंचे कैसे? क्या इस पूरी वारदात में किसी अंदरूनी व्यक्ति या ड्यूटी पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड की भूमिका हो सकती है? फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
योग्य कर्मचारी की पदावनति, सवालों के घेरे में विभागीय कार्रवाई...
सूत्रों के अनुसार, टिकरापारा शराब दुकान में लंबे समय से सुपरवाइजर पद पर कार्यरत दिनेश को हाल ही में पद से हटाकर सेल्समैन बना दिया गया है। बताया जाता है कि दिनेश स्नातक शिक्षित और अनुभवी कर्मचारी हैं।
वहीं, जिस व्यक्ति को नया सुपरवाइजर बनाया गया है, वह विभागीय अधिकारियों का बेहद करीबी बताया जा रहा है और अक्सर अधिकारियों को ‘पल-पल की खबर’ पहुंचाने का काम करता है। इससे कर्मचारियों में नाराजगी देखी जा रही है।
कोचियाओं का अड्डा बना शराब दुकान!
टिकरापारा शराब दुकान में रोजाना कोचियाओं (दलालों) का जमावड़ा लगा रहता है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दुकान के कुछ कर्मचारी आपसी तालमेल से इन कोचियाओं को शराब उपलब्ध कराते हैं और बदले में मोटी कमाई करते हैं। इससे न केवल विभाग की छवि धूमिल हो रही है बल्कि सरकारी राजस्व को भी नुकसान पहुंच रहा है।
जांच से खुलेगा राज...
फिलहाल पुलिस चोरी और अंदरूनी मिलीभगत दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में टिकरापारा शराब दुकान में हुई यह वारदात कई चौंकाने वाले खुलासे कर सकती है।