कोरबा की बेटियों को मिली बड़ी सौगात, श्रम मंत्री ने कन्या छात्रावास का किया शुभारंभ

कोरबा। शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कन्या छात्रावास का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान उन्होंने शासकीय ई.वी.पी.जी. कॉलेज के 100 व 50 सीटर तथा शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय के 100 सीटर छात्रावास के जीर्णोद्धार कार्य का उद्घाटन किया और रिबन काटकर छात्रावास संचालन की औपचारिक शुरुआत की।
बेटियों के लिए सुरक्षित आवास सुविधा...
मंत्री देवांगन ने छात्रावास की शुरुआत पर कॉलेज प्रबंधन और छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “दूर-दराज़ से पढ़ाई के लिए आने वाली छात्राओं को अब सुरक्षित और रियायती दरों पर आवास सुविधा उपलब्ध होगी। अति पिछड़े वर्ग की योग्य छात्राओं की फीस भी डीएमएफ से वहन की जाएगी।”
डीएमएफ राशि का उपयोग जनकल्याण में...
अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप डीएमएफ राशि का उपयोग जिले के विकास कार्यों में किया जा रहा है। सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, आंगनबाड़ी भवन निर्माण से लेकर पौष्टिक नाश्ते के वितरण, मेधावी छात्रों को नि:शुल्क नीट और जेईई की तैयारी जैसी कई योजनाएं डीएमएफ से संचालित हैं।
बेटियों की शिक्षा पर जोर...
मंत्री देवांगन ने कहा कि –
आज की बेटियां कल के भविष्य की आधारशिला हैं। एक बेटी के शिक्षित होने से पूरा परिवार और समाज शिक्षित बनता है। इसलिए छात्राओं को चाहिए कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें।

उन्होंने छात्रावास में सुरक्षा, स्ट्रीट लाइट और अन्य आवश्यक सुविधाओं को जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की सराहना...
कार्यक्रम में विधायक प्रेमचंद पटेल, महापौर संजू देवी राजपूत और कलेक्टर अजीत वसंत ने भी छात्रावास की शुरुआत को ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से छात्रावास की मांग की जा रही थी, जो अब पूरी हो गई है।
महिला कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र...
इस अवसर पर मंत्री देवांगन और अतिथियों ने कोरबा व कटघोरा के छात्रावासों में नियुक्त पीवीटीजी वर्ग की महिला कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। कर्मचारियों ने रोजगार उपलब्ध कराने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन का आभार जताया।

लगभग 3 करोड़ की राशि स्वीकृत...
जिला प्रशासन ने दोनों महाविद्यालयों के छात्रावास संचालन और जीर्णोद्धार के लिए लगभग 3 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इसमें भवन मरम्मत के साथ-साथ आवश्यक सामग्री की खरीद भी शामिल है।