Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता रेप-मर्डर केस में नया खुलासा! हॉस्पिटल के अधिकारी ने पीड़ित परिवार से कहा…

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अस्पताल के सहायक अधीक्षक ने पीड़िता के परिवार को कथित तौर पर बताया कि उसकी मौत अस्पताल परिसर में आत्महत्या करने से हुई है|
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले रिपोर्ट में कहा कि कोलकाता पुलिस ने अधिकारी और चेस्ट मेडिसिन विंग के विभागाध्यक्ष को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. हालांकि एबीपी न्यूज इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. इससे पहले दिन में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपने पद और सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर मेरी बदनामी हो रही है. यह ठीक नहीं है. मृतक डॉक्टर मेरी बेटी की तरह थी. एक अभिभावक के तौर पर मैं इस्तीफा देता हूं. मैं नहीं चाहता कि भविष्य में किसी के साथ ऐसा हो.”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया रेप...
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला की यौन उत्पीड़न के बाद हत्या की गई थी. रिपोर्ट में उसके निजी अंगों पर चोटों के निशान भी पाए गए हैं|
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर...
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले में देश भर के सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर इस भयावह घटना के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिससे ओपीडी और गैर-आपातकालीन सर्जरी सहित वैकल्पिक सेवाएं ठप हो गईं. रेजिडेंट डॉक्टरों ने मामले की पारदर्शी जांच की मांग की है और मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया है|
सीएम ममता बनर्जी ने कही सीबीआई जांच की बात...
आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले में अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है ममता बनर्जी ने कहा कि अगर पुलिस रविवार तक मामले को सुलझाने में असमर्थ रहती है तो वह सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगी. उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करे. अगर वे रविवार तक मामले को सुलझाने में असमर्थ रहते हैं, तो हम इसे सीबीआई को सौंप देंगे. मुझे केंद्रीय एजेंसी को मामले को अपने हाथ में लेने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसकी सफलता दर कम है.”