राज्यपाल ने किया डाइट प्राचार्य जे.पी. पुष्प का सम्मान, शिक्षा में नवाचार और उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला सम्मान

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डाइट पेंड्रा के प्राचार्य जे.पी. पुष्प को राज्यपाल रमेन डेका ने सम्मानित किया। जिला प्रवास के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने उन्हें शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
जे.पी. पुष्प की गिनती प्रदेश के उन शिक्षकों में होती है जिन्होंने विद्यालय शिक्षा में नवाचार और गुणवत्ता दोनों को प्राथमिकता दी है। 1997 से 2013 तक वे हायर सेकेंडरी स्कूल जैजैपुर में प्राचार्य रहे, जहां उनके नेतृत्व में विद्यालय ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं।
उनके कार्यकाल में विद्यालय नवाचार और गतिशीलता का केंद्र बन गया था। विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दो बार विद्यालय के विद्यार्थी कक्षा 12वीं की टॉप-10 सूची में स्थान प्राप्त करने में सफल रहे, वहीं विद्यालय से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी निकले।
शिक्षक पुष्प के मार्गदर्शन में कई विद्यार्थियों ने सेना, प्रशासनिक सेवा और अन्य प्रतिष्ठित क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई। उस समय विद्यालय में 2500 से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन बनाए रखना एक बड़ी उपलब्धि मानी गई।
वर्तमान में जे.पी. पुष्प डाइट पेंड्रा के प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं और यहां भी शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाने में जुटे हैं। वे आकांक्षी युवाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग क्लासेस चला रहे हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अंतर्गत मुंगेली, बिलासपुर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिलों में एफएलएन कार्यक्रम के संचालन एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण देने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने डाइट परिसर में मिनी बॉटनिकल गार्डन विकसित किया है, उल्लास कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, तथा परिसर को ईसीसीई थीम पर सजाने का कार्य किया है। इसके अलावा शिक्षकों के लिए टीईटी मार्गदर्शन कक्षाओं का भी नियमित आयोजन किया जाता है।
शिक्षा के प्रति समर्पण, नवाचार और समाजसेवा की भावना के लिए राज्यपाल द्वारा मिला यह सम्मान न केवल जे.पी. पुष्प के लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है।